
व्यसन करने वाला व्यक्ति धार्मिक अनुष्ठान करने का पात्र नहीं हैं -मुनिश्री विलोकसागर
मुरैना (मनोज जैन नायक) व्यसनों में लिप्त सांसारिक प्राणी धार्मिक अनुष्ठान, पूजा, पाठ आदि करने की पात्रता नहीं रखता है । व्यसनी व्यक्ति श्री जिनेंद्र प्रभु का स्पर्श तक नहीं कर सकता, पूजा पाठ अभिषेक तो बहुत दूर की बात है । व्यसन करने वाले को सभी जगह हेय दृष्टि से देखा जाता है, ऐसा…