
संतों के सान्निध्य से हमें सन्मार्ग की प्राप्ति होती है-मुनिश्री विलोकसागर
मुरैना (मनोज जैन नायक) प्राणियों में विरले ही ऐसे भव्य जीव होते हैं, जिनके मन में स्वकल्याण की भावना पनपती है । ऐसे भव्य जीव जिनके मन में अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने का भाव उत्पन्न हुआ है । संसार का भ्रमण करते करते वह थक चुका है । चार गति और चौरासी…