ग्वालियर – कलेक्टर ग्वालियर श्रीमती रुचिका सिंह चौहान के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला ग्वालियर डॉक्टर सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। अप्रैल, मई और जून के महीनों में गर्म लपट के चलने से लू लगने का खतरा और बढ़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने लू के प्रकोप से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि अधिक गर्मी और तेज धूप के कारण शरीर में पानी और नमक की कमी हो जाती है जिससे कि लू लगने का खतरा बढ़ जाता है ऐसे में उचित सावधानी बरतना चाहिए , हो सके तो धूप में कम से कम निकलें ,यदि बाहर जाना ही पड़े तो सिर, चेहरे और आंखों को ढक्कर निकलें , तेज बुखार,सिर में भारीपन और तेज दर्द, मुंह का सूखना ,चक्कर आना ,उल्टी होना, कमजोरी और पूरे शरीर में दर्द, अधिक तापमान के कारण पसीना ना आना, अत्यधिक प्यास लगना और पेशाब कम आना ,भूख कम लगना और बेहोशी जैसी स्थिति आदि ये सब लू के लक्षण हैं। यदि किसी व्यक्ति में यह लक्षण दिखाई दें तो उसे तुरंत छायादार और ठंडी जगह पर लेटाना चाहिए और प्राथमिक चिकित्सा देनी चाहिए। गर्मी और लू से बचने के लिए धूप में बाहर निकलने से पहले सर, कान को कपड़े से अच्छी तरह ढक कर रखें, अधिक से अधिक पानी और तरल पदार्थ का सेवन करें, धूप में लंबे समय तक रहने से बचें ,हल्के और सूती कपड़े पहनें ,अधिक पसीना आने पर ओ.आर.एस. का घोल लें ,चक्कर और उल्टी की स्थिति में मरीज को छायादार स्थान पर लिटायें , लू के लक्षण महसूस होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर डॉ.सचिन श्रीवास्तव ने जिले की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं के प्रभारी को लू /ताप घात से बचाव हेतु दिए गए तथा दिशा निर्देशों का पालन करने हेतु निर्देशित किया साथ ही प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थाओं में लू वार्ड स्थापित करने हेतु निर्देशित किया।
लू से बचाव के लिए रहें अलर्ट, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
