
जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत अटेर में चंबल नदी पर आयोजित की गई गतिविधियां
भिण्ड 18 मई 2025/सृष्टि के सृजन में मानव एक कणमात्र है, उसके बावजूद भी वह प्रकृति के साथ निरंतर दोहन करता रहता है चाहे किसी रूप में हो। प्रकृति के पोषण में जल संरक्षण की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। हमें पानी की प्रत्येक बूंद को बचाना होगा, तभी हम भावी पीढ़ी को एक समृद्ध जल…