जैन दर्शन में त्रिरत्न ही सर्वोपरि हैं -मुनिश्री विबोधसागर
मुरैना (मनोज जैन नायक) श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मंदिर मुरैना में जैन संतों के आध्यात्मिक मंगल वर्षायोग में प्रतिदिन चल रही मीठे प्रवचनों की श्रृंखला में आचार्यश्री आर्जवसागरजी महाराज के शिष्य मुनिश्री विबोधसागरजी महाराज ने अपने भक्तों को उद्वोधन देते हुए कहा कि जैन धर्म त्रिरत्नों पर आधारित है । इन तीन रत्नों…

