भिंड/ मेडिटेशन गुरु उपाध्याय विहसन्त सागर महाराज मुनि विश्वसाम्य सागर महाराज ससंग का मंगल प्रवेश 12 जुलाई 2025 दिन शनिवार को प्रातः काल 7:00 बजे अटेर रोड बेटी बचाओ चौराहे से होने जा रहा है जो पुस्तक बाजार बताशा बाजार फ्रीगंज गोल मार्केट सदर बाजार होते हुए हाउसिंग कॉलोनी स्थित बद्री प्रसाद की बगिया पहुंचेंगे मुनिराज के स्वागत के लिए विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह सकल जैन समाज के साथ मुनि संघ की अगवानी करेंगे।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में पार्षद मनोज जैन ने बताया कि मेडिटेशन गुरु उपाध्याय विहसन्त सागर जी महाराज नगर में 20 वर्षों के बाद चातुर्मास करने आ रहे हैं जिसमें समाधि सम्राट गणाचार्य विराग सागर जी महाराज के सपनों को साकार करने के लिए सम्यक ज्ञान विराग विद्यापीठ स्कूल को आदि आधुनिक बनाएंगे जिसमें उन्होंने कई योजनाओं को मन में संझायो है उसे इस चातुर्मास में पूर्ण करेंगे।
मेडिटेशन गुरु उपाध्याय विहसन्त सागर जी महाराज ने इस वर्ष के पावन वर्षा योग का नाम आकर्षणमय पावन वर्षा योग रखा है जिसमें यह खूबी रही है कि सामान्य रूप से मंच पर कलसो की बोली नहीं लगाई जाएगी भक्तों द्वारा स्वयंमेव ही कलसो को लिया गया है
जैन ने आगे बताया कि मेडिसिन ग्रुप उपाध्याय विहसन्त सागर महाराज ने सन 2005 में क्षुल्लक अवस्था में बतासा बाजार स्थित चैत्यालय जैन मंदिर में चातुर्मास किया था एवं सन 2019 में भगवान महावीर स्वामी की सामोशरन स्थली जहां पर आज तक किसी संत ने चातुर्मास नहीं किया वहां पर मुनिराज ने चातुर्मास कर बरासो तीर्थ का जीर्णोद्धार कर महातीर्थ बना दिया मुनिराज ने 10 वर्षा योग उत्तर प्रदेश एवं 5 वर्षा योग दिल्ली 6 वर्षा योग मध्य प्रदेश एवं 2 वर्षायोग छत्तीसगढ़ 1 वर्षायोग हरियाणा और 2025 का वर्षा योग भिंड नगर को दिया है
जैन ने आगे बताया कि मेडिसिन गुरु उपाध्याय विहसन्त सागर जी महाराज ने 72 मंदिरों का जीर्णोद्धार 50 पंचकल्याणक 373 वेदी प्रतिष्ठा 81 शिखर एवं 680 शिखर कलशारोहण 44 नवीन जैन मंदिर 8 चोवेसी मान स्तंभ कीर्ति स्तंभ 50 संत भवन 55 सिद्ध चक्र महामंडल विधान 8 हॉस्पिटल 7 जैन स्कूल तीन भोजन शाला एवं 25 वर्षों में 83000 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं आहार मैं 72 चीजों का आजीवंत त्याग किया है जिसमें विशेष रूप से तेल दही मीठा और मीठी चीजों का आजीवन त्याग है खास बात यह रही है कि जिस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया वहां एक चीज का त्याग किया संकल्प के साथ जीर्णोद्धार पूर्ण होने पर आजीवन त्याग कर दिया वचन में सरस्वती का वास रहा है क्योंकि जो सोचा बोला 99% पूरा हुआ है वर्षा योग के दौरान 50 से ज्यादा उपवास एवं चार समय अध्ययन एवं स्वाध्याय करते हैं एवं बरासो वाले बाबा पर अपार श्रद्धा है ऐसे संत उपाध्यक्ष बसंत सागर महाराज का नगर में आगमन 12 जुलाई 2025 को होने जा रहा है एवं 13 जुलाई को कलश स्थापना कार्यक्रम होगा
विहसन्त सागर महाराज ससंघ का भक्तिमय मंगल प्रवेश 12 जुलाई को सकल जैन समाज करेगा अगवानी
