जैन दर्शन का मूल आधार अहिंसा धर्म ही है -मुनिश्री विलोकसागर
मुरैना (मनोज जैन नायक) जैन धर्म का मूल सिद्धांत अहिंसा है ।जैन धर्म में अहिंसा को सर्वोपरि माना गया है । वैसे तो सभी धर्मों में अहिंसा धर्म को सबसे ऊपर माना जाता है, अहिंसा को ही प्रधानता दी जाती है । अहिंसा का पालन करने से व्यक्ति न केवल अपने जीवन में शांति और…

