वर्तमान परिवेश में देश में सभी जाति समुदाय अपने-अपने सामाजिक हितों की सुरक्षा के लिए एकजुट होकर संगठित हो रहे हैं एवं संगठन के बल पर ही न केवल शासन -प्रशासन बल्कि अन्य प्रकार होगी अपने आर्थिक राजनैतिक हितों की संरक्षा कर रहे हैं। मात्र वैश्य समुदाय ही एक मात्र ऐसा समुदाय है जो अपने व्यक्तिगत आर्थिक हितों को तो महत्व देता है किन्तु समाज हित की कोई चिन्ता उसे नहीं होती है, फलस्वरूप इसी कमजोरी का शिकार होकर यह अन्य जातियों, समुन्यों के उत्पीड़न को सहन करने के लिए बाध्य होता है। साथियो, वैश्य समाज को इस कमजोरी को दूर करने एवं संगठित होने के लिए दृढ़ संकल्पित होना होगा, तभी हम सभी आर्थिक, सामाजिक व राजनैतिक रूप से पूर्णरूपेण संरक्षित हो सकेंगे। वैश्य महासम्मेलन के गठन का उद्देश्य ही जैन, अग्रवाल, गहोई, पोरवाल, ओसवान, कायस्थ, स्वर्णकार, साहू, चौरसिया, राठोर भादि वैश्य समुदाय की विभिन्न जातियों में बेटे समूह को एक मंच पर लाकर उनमें एकता का भाव जागृत कर संगठित करने व एक-दूसरे की कठिनाइयों-परेशानियों में उनका सभी प्रकार से सहयोग करने का रहा है एवं सभी को मिलकर उसका उद्देश्य को सफल बनाना है।
साथियो, इसी कड़ी में वैश्य महासम्मेलन, मध्यप्रदेश की जिला इकाई भिंड के द्वारा दिनांक 2 आटूबर 2025 को राष्ट्रपिता महात्मागाँधी जी एवं पूर्व प्रधान मंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री जी की जयन्ती के अवसर पर “वैश्य एकता रैली का आयोजन किया जा रहा है। रैली प्रात: 9:00 बजे शास्त्री चौराहा से श्री शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात मोटर साइकिल-स्कूटर रैली के रूप में प्रारभ होकर गाँधी मार्केर पर राष्ट्रपिता महात्मा गान्धी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात समापन होगी।
अतः वैश्य समुदाय के समस्त सम्माननीय सदस्यों, जो चलने-फिरने में समर्थ हैं, खासकर नोजवान युवाओं से अनुरोध है कि वह अपने-अपने दो पहिया वाहन लेकर दिनांक 2 अक्टूबर, 2025 को प्रात: 8-30 बजे शास्त्री चौराहा, भिण्ड पर आवश्यक रूप से उपस्थित रहे व अपने साथ एक-एक बुजुर्ग को बैठालकर अवश्य लायें तथा वैश्य समता रैली को सफल बनाकर अपना अमूल्य सहयोग प्रदान करें। आशा है, वैश्य समाज को एकजुटता हेतु आप सभी का सहयोग अवश्य प्राप्त होगा
भिंड मै निकाली जाऐगी वैश्य एकता रैली 2 अक्टूबर 2025 में सम्मिलित होने की अपील – जिलाध्यक्ष
