कलेक्टर श्रीमती चौहान का नवाचार “सरपंच संवाद” कार्यक्रम

ग्वालियर 27 जून 2025/ ग्वालियर जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, जल संरक्षण और स्वरोजगार के क्षेत्र में कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा नवाचार के रूप में नई पहल प्रारंभ की गई। “सरपंच संवाद” कार्यक्रम के चंद दिनों में ही सार्थक परिणाम सामने आने को हैं। जिले के दो ब्लॉक घाटीगाँव और भितरवार में सरपंचों ने कुपोषण से मुक्ति के लिये 292 बच्चों को गोद लिया है। 15 अगस्त तक जिले को कुपोषण से मुक्ति का संकल्प लिया गया है।
इसके साथ ही कलेक्टर श्रीमती चौहान एवं सीईओ जिला पंचायत श्री विवेक कुमार के समक्ष संवाद कार्यक्रम में लिये गए निर्णय के परिपालन में 25 जून को एक ही दिन में श्रमदान के माध्यम से जिले की सभी 263 ग्राम पंचायतों में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत 263 खेत तालाब निर्माण एवं जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार का कार्य किया गया। इस कार्य में ग्रामीणों के साथ ही मनरेगा के श्रमिकों द्वारा भी प्रात: 7.30 बजे से शाम तक कार्य किया गया है। एक दिन में इतनी संख्या में खेत तालाब का निर्माण एक अच्छी पहल है। इन दिनों में निरंतर कार्य करने का निर्णय भी ग्रामीणों ने लिया है।

सरपंचों ने की कुपोषण से मुक्ति की पहल

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के नवाचार के माध्यम से जिले में कुपोषण निवारण के लिये “सरपंच संवाद” कार्यक्रम के माध्यम से अच्छी पहल कर सरपंचों को जवाबदारी सौंपी है। जिले के सरपंचों ने भी अपनी जिम्मेदारी समझकर इस दिशा में कार्य प्रारंभ कर दिया है। सरपंचगण अपनी-अपनी पंचायतों में कुपोषित बच्चों के लिये चना, गुड़, सत्तू के साथ-साथ दूध भी उपलब्ध करा रहे हैं। साथ ही बच्चों की बेहतर देखभाल के लिये प्रेषित कर देते हैं। सरपंचों द्वारा कुपोषण के लिये किए जा रहे प्रयासों को देखते हुए अन्य ग्रामीण भी इस दिशा में सहयोग के लिये आगे आ रहे हैं। कुपोषण के निवारण के लिये स्वास्थ्य विभाग एवं महिला-बाल विकास विभाग का मैदानी अमला भी आवश्यक जानकारियां ग्रामीणों को उपलब्ध करा रहा है।

ग्रामीण क्षेत्र को हरा-भरा करने का लिया संकल्प

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने कहा कि सरपंच यह संकल्प लें कि वे अपनी ग्राम पंचायत के लोगों को अपने खेत की मेंड़ों पर पेड़ लगाने के लिये अवश्य प्रेरित करें। इससे खेत की सीमा को लेकर होने वाले विवाद भी हमेशा के लिये दूर होंगे। उन्होंने ग्राम पंचायत सरपंचों को वृहद स्तर पर वृक्षारोपण के लिये प्रेरित करते हुए कहा कि जो सरपंच पानी व सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था के साथ सबसे ज्यादा वृक्षारोपण करायेंगे, उन्हें स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित कराया जायेगा। उन्होंने कहा हर विकासखंड में तीन ग्राम पंचायत सरपंचों को सम्मानित करने के साथ-साथ नगद पुरस्कार भी दिलाए जायेंगे। कलेक्टर ने हर ग्राम पंचायत में “राम वन” अर्थात मियांबाकी पद्धति से समूह में पौधे रोपने के लिये सरपंचों का आह्वान किया। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने आवासों व ऐसे शासकीय भवनों में भी वृक्षारोपण करने के लिये कहा जिनकी बाउण्ड्रीवॉल है।

सबसे ज्यादा खेत तालाब बनवाने वाले सरपंचों का होगा सम्मान

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जो सरपंच सर्वाधिक खेत तालाब बनवायेंगे, उन्हें सम्मानित कराया जायेगा। उन्होंने जनभागीदारी व मनरेगा सहित सरकार की योजनाओं के संयोजन से जल संरचनाओं के निर्माण का आह्वान किया। श्रीमती चौहान ने सभी सरपंचों से कहा कि जल्द से जल्द स्थल चयन कर बरसात से पहले खेत तालाब तैयार करा लें।

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