ग्वालियर में ठगों ने शेयर ट्रेडिंग में इंवेस्टमेंट कराने के नाम पर ठेकेदार से 91 लाख रुपए की ठगी की है। ठेकेदार को ऑनलाइन अकाउंट में 5 से 6 करोड़ रुपए बैलेंस दिख रहा था। जिससे वह धीरे-धीरे ठगों के जाल में फंसता चला गया। एक बार 79 हजार रुपए उसने निकाले, जो 24 घंटे के अंदर उसके बैंक अकाउंट में आ गए। एक बार 1.5 लाख रुपए भी बतौर फायदा मिला। लेकिन जब 25 लाख रुपए निकालना चाहे तो अकाउंट फ्रीज होने का मैसेज आया। 42 लाख रुपए टैक्स जमा करने पर ही ऑनलाइन अकाउंट अन-फ्रीज होने की बात कही। कारोबारी को समझ में आ गया कि वह ठगी का शिकार हुआ है। उन्होंने एसएसपी ग्वालियर से मिलकर शिकायत की। इस पर क्राइम ब्रांच थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।ग्वालियर के गोला का मंदिर हनुमान नगर निवासी संजय सिंह चौहान ठेकेदार हैं संजय ने शिकायत की है कि 11 जनवरी 2025 को उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाली ने अपना नाम आयशा सिथिका बताते हुए कहा कि वह स्टॉक मार्केट की कंपनी हेम्स सिक्योरिटी में असिस्टेंट मैनेजर है। उसने कहा कि आप हमारी कंपनी में इन्वेस्ट करते हैं तो सामान्य तौर पर 10 से 30 प्रतिशत का प्रॉफिट मिलेगा। दो दिन बाद आयशा ने अपने बॉस ग्रीवासन आयंगर से बातचीत कराई। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी कानूनी रूप से एक नंबर कंपनी है। इसके बाद कस्टमर केयर से किसी प्रणय वर्मा का कॉल आया। सभी ने कहा कि वैध कंपनी है और आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। इसके बाद www.hem.com की लिंक भेजी। जब कारोबारी ने लिंक डाउनलोड की तो वेबसाइट पर उसकी आईडी-80728 संजय सिंह चौहान नाम से बनी हुई थी। इसके बाद कई अकाउंट में उससे रुपए डलवाए गए। जैसे नरेश पटेल, सिटी यूनियन बैंक देवास, मदीना मेडिकल स्टोर, यूको बैंक सुल्तानपुर, भवानी ट्रांसपोर्ट, राजस्थान के मरुधरा ग्रामीण बैंक लखारा बाजार, नौखा के बैंक अकाउंट, नाजिया काजी के महाराष्ट्र जुबली हिल्स के अकाउंट में 17 जनवरी से लेकर 21 फरवरी 2025 के बीच 42 लाख रुपए डलवा लिए गए थे। दस लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए लेकर कुल 52 लाख रुपए हड़प लिए। इस दौरान कारोबारी को उसके ऑनलाइन अकाउंट में 1.15 करोड़ प्रॉफिट के साथ दिख रहा था। जिस पर एक बार उसने 79 हजार रुपए निकाले भी थे। जिससे विश्वास और बढ़ गया। जब उन्होंने 25 लाख रुपए निकालना चाहा तो ठगों ने अकाउंट फ्रीज होना बताया। उसे अन-फ्रीज करने के लिए 42 लाख रुपए की और मांग की। कुछ दिन बाद सभी के मोबाइल फोन बंद आने लगे। यहां ठेकेदार को समझ में आया कि वह धोखाधड़ी का शिकार हुआ है.कुछ दिन बाद ठगों ने कॉल करके बताया कि अप-स्टोक्स सिक्योरिटी कंपनी का जिक्र किया और इसे SEBI से रजिस्टर्ड है। इस पर ठगों ने बताया कि वह उसके पुराने पैसे निकलवा देगी। यहां भी विभिन्न अकाउंट में शेयर मार्केट व आईपीओ में इन्वेस्टमेंट के नाम 39 लाख 31 हजार रुपए जमा करवा लिए। लेकिन जब ठेकेदार ने बड़ी राशि निकालना चाही तो फिर अकाउंट फ्रीज होने की बात कही। 42 लाख रुपए ऑनलाइन अकाउंट में टैक्स के जमा करने पर ही निकाल सकेंगे। इसके बाद कारोबारी समझ गया कि वह वापस ठगों के जाल में फंस गया है। जिसके बाद वह पुलिस के पास पहुंचे और मामले की शिकायत की है। फिलहाल क्राइम ब्रांच पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है.