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मेले के एक्सपाे फैसिलिटेशन सेन्टर काे अत्याधुनिक बनाया जायेः कैट

काॅन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का प्रतिनिधिमंडल आज सांसद भारत सिंह कुशवाह से उनके निवास गांधी राेड पर मिला। प्रतिनिधिमंडल में सैकड़ाें व्यापारी एवं उद्याेगपति शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए कैट मध्यप्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन ने उन्हें ज्ञापन भेंट किया, जिसमें 3 मांगें प्रमुख रूप से रखी गई थीं। पहली मांग सन् 2001-02 में मेला परिसर में बनाये गये मध्यप्रदेश एक्सपाे फैसिलिटेशन सेन्टर काे अत्याधुनिक रूप से विकसित किया जाये, क्याेंकि उस समय व्यापारियाें ने आर्थिक सहयाेग एकत्रित कर प्रदेश का सबसे बड़ा फैसिलिटेशन सेन्टर ग्वालियर में बनाया था और प्रगति मैदान में लगने वाली औद्याेगक एवं व्यापारिक प्रदर्शनियां, मेले इसमें आयाेजित किये जाने का प्रस्ताव था। किन्तु 2 दशकाें के बाद भी इसका उपयाेग शुरू नहीं हाे पाया। अतः इसे अत्याधुनिक बनाकर ग्वालियर की वर्तमान परिस्थिति के अनुसार अब विकसित किया जाना चाहिए। दूसरी मांग प्रमुखता से रखते हुए कैट ने कहा कि भारत मंडपम का विचार उचित है और मध्यप्रदेश में इसे ग्वालियर में बनाया जाना चाहिए। किन्तु जब भी भारत सरकार का वाणिज्य मंत्रालय स्वीकृति दे ताे हमें साडा क्षेत्र काे प्राथमिकता देना चाहिए। ताकि ग्वालियर के उस क्षेत्र का भी विकास हाे सके और साडा आबाद हाे।
कैट के जिलाध्यक्ष रवि गुप्ता, महामंत्री विवेक जैन, संभागीय अध्यक्ष दीपक पमनानी, संभागीय महामंत्री मुकेश जैन, जिला सहमहामंत्री मुकेश अग्रवाल भिण्ड एवं आकाश जैन, प्रभात चाैपड़ा आदि ने सांसद भारत सिंह कुशवाह से कहा कि आवश्यकता है कि वर्ष 2047 तक प्रधानमंत्री जी विकसित भारत बनाना चाहते हैं। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री जी विकसित मध्यप्रदेश बनाना चाहते हैं। हम सबकाे व्यापारिक एवं औद्याेगिक वर्ग से संवाद करना चाहिए। वर्ष 2047 तक विकसित ग्वालियर बने इसके लिए कैट प्रतिमाह ‘‘सांसद के साथ संवाद’’ कार्यक्रम का आयाेजन करेगा, यह कैट की तीसरी प्रमुख मांग थी। इसके लिए सांसद भारत सिंह कुशवाह ने सहमति प्रदान की और 1 जून काे ‘‘सांसद से संवाद’’ कार्यक्रम आयाेजित हाेगा। कैट के प्रतिनिधिमंडल काे संबाेधित करते हुए उन्हाेंने कहा कि मेरा मन ग्वालियर काे विकसित शहराें की श्रेणी में देखने का है। आज इन्दाैर, उज्जैन काेरिडाेर आगे चलकर बहुत ही आगे बढ़ेगा, ताे मेरा भी मन ग्वालियर काे विकिसत ग्वालियर बनाने का है। श्री कुशवाह ने कहा कि मेरे मन में भारत मंडपम काे देखने के बाद यह आया कि क्याें ना एक ऐसा मंडप मध्यप्रदेश में बनना चाहिए। मैंने इसके लिए बहुत मेहनत की और कई पक्षाें के आंकड़े इकट्ठे किये और उस सबके बाद वाणिज्य मंत्री काे प्रस्ताव दिया कि इसे ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में बनाये जाने हेतु स्वीकृति प्रदान करें। इसके आने से उद्याेग बढ़ेंगे, पर्यटन बढ़ेगा और ग्वालियर का चहुंमुखी विकास हाेगा। चूंकि मेले का 100 एकड़ से अधिक का जाे स्थान है उसका वर्षभर उपयाेग हाे इसके लिए हमें काेई ना काेई अच्छी याेजना मेले में लेकर आना पड़ेगी।
उन्हाेंने कैट के पदाधिकारियाें से चर्चा करते हुए स्पष्ट किया कि यह कहां बनेगा, इसका निर्णय वरिष्ठ नेतृत्व एवं माननीय मुख्यमंत्री करेंगे। मैं ताे व्यापारियाें और उद्याेगपतियाें के साथ मिलकर ग्वालियर काे विकसित ग्वालियर बनाने की दिशा में काम करूंगा। आज के प्रतिनिधिमंडल में कैट प्रवक्ता नीरज चाैरसिया, अंशुल गुप्ता, मयूर गर्ग, अमित सेठी, राघवेन्द्र सिंघल, अशाेक अग्रवाल, अरुण बंसल, मनाेज चाैरसिया, हरिओम चाैरसिया, अनिल शाह, अजय चाैपड़ा, प्रतीक अग्रवाल, डाॅ. साैरभ खंडेलवाल, भूपेन्द्र तायल, सीए निधि अग्रवाल, दिनेश बंसल, सचिन राजपूत आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे

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