
उत्तम संयम धर्म मनुष्य को सामाजिक, नैतिक, धार्मिक एवं जिम्मेदार बनाता है- भावलिंगी संत श्री दिगम्बराचार्य श्री विमर्शसागर जी महामुनिराज
उत्तम संयम धर्म – मनोबल को बढ़ाने की अचूक औषधि संयम है। संयम धर्म के द्वारा साधक अनियंत्रित इन्द्रिय और मन पर नियंत्रण रखता है। षट्काय के जीवों की रक्षा करता है। उत्तम संयम धर्म मनुष्य को सामाजिक, नैतिक, धार्मिक एवं जिम्मेदार बनाता है। उत्तम संयम धर्म – संयम का अर्थ है संतुलन। संयम का…