इटावा-आरपीएफ और डिटेक्टिव विंग टूंडला की संयुक्त टीम ने रेल संपत्ति चोरी करने वाले गैंग पर बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया। टीम ने आरोपियों के कब्जे और निशानदेही से इटावा रेलवे स्टेशन पर जली खड़ी दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस के कोचों में लगने वाली कुल 9 चोरी की बैटरियां बरामद की जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 36 हजार रुपए है।
आरपीएफ को मुखबिर से सूचना मिली कि दो व्यक्ति चोरी की रेल बैटरियों को मोटरसाइकिल से ले जाने की फिराक में हैं। सूचना पर असरपीएफ के एएसआई सचिन तिवारी, एएसआई विजय कुमार, हेड कॉन्स्टेबल दुर्वेश, हेड कॉन्स्टेबल विकास कुमार, कॉन्स्टेबल देशराज मीणा तथा विंग टूंडला की टीम के एचसी नरेंद्र कुमार पाल और कॉन्स्टेबल मोहित कुमार डिटेक्टिव ने न्यू रेलवे नॉर्थ कॉलोनी स्थित पानी की टंकी के पास घेराबंदी कर दो आरोपियों को हीरो मोटर साइकिल के साथ पकड़ा, जिनके पास रेलवे कोच में लगने वाली दो बैटरियां बरामद हुईं। किसी भी प्रकार का वैध दस्तावेज न मिलने पर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे जले हुए कोचों से बैटरियां चुराकर उन्हें कबाड़ी बाजार में बेचते थे। उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले भी कई बार बैटरियां निकालकर बेच चुके हैं। उनकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने कृष्णा नगर थाना फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित बैटरी खरीददार की दुकान पर छापेमारी की और सात चोरी की बैटरियां बरामद की। इसके बाद आरपीएफ द्वारा किए गए सत्यापन में पुष्टि हुई कि सभी 9 बैटरियां जले हुए कोचों से गायब थीं, जिन्हें उक्त आरोपियों ने ही चोरी किया था। आरपीएफ द्वारा तीनों आरोपियों मंजीत सिंह उर्फ कजरी निवासी बसरेहर इटावा, कुलदीप सिंह निवासी बसरेहर इटावा मनोज कुमार निवासी फ्रेंड्स कॉलोनी के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई प्रारंभकर दी गई है। आरपीएफ की इस कार्रवाई को रेलवे संपत्ति की सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। टीम की तत्परता से न केवल चोरी की संपत्ति बरामद की गई, बल्कि एक सक्रिय चोरी गिरोह का भी खुलासा हुआ है।
आरपीएफ पुलिस ने रेलवे के चोरी के सामान सहित तीन चोरों को किया गिरफ्तार

