विमर्श उत्सव का भव्य शुभारंभ, भगवान 1008 शांतिनाथ विधान संपन्न

उत्तर प्रदेश शामली/ – परम पूज्य भाव लिंगी संत श्रमणाचार्य श्री 108 विमर्श सागर जी महामुनिराज के पावन सानिध्य में आज भगवान 1008 शांति नाथ विधान का शुभ एवं मंगलमय आयोजन भक्तिभाव से संपन्न हुआ। विधान का संचालन दिल्ली से पधारे पंडित दीपक जैन शास्त्री जी द्वारा विधि-विधानपूर्वक किया गया। विमर्श उत्सव के प्रथम दिवस पर महामुनिराज विमर्श सागर जी महा कवि द्वारा प्रस्तुत आध्यात्मिक कवि सम्मेलन ने श्रद्धालु समाज को भाव-विभोर कर दिया। कवि सम्मेलन में बड़ी संख्या में उपस्थित भक्तों ने आध्यात्मिक अनुगूँज का भरपूर आनंद लिया। विधान में सौधर्म इंद्र की भूमिका श्री राकेश जैन (LIC) एवं संगीता जैन परिवार द्वारा, तथा कुबेर की भूमिका श्री महेश जैन एवं सुनीता जैन परिवार द्वारा निर्वाही गई। आज की शांति धारा का सौभाग्य डॉ. राकेश जैन एवं अर्चना जैन परिवार के द्वारा प्राप्त हुआ। पूरे आयोजन में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। विमर्श उत्सव के अंतर्गत आगे भी विविध आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें समाजजन बड़ी संख्या में भाग लेने की अपेक्षा रखते हैं। कल शनिवार को आचार्य भगवन का अवतरण दिवस भव्य रूप से मनाया जा रहा है, जिसमें भारत वर्ष से भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद की जा रही है।

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