दतिया, 10 नवम्बर, 2025। रविवार को ‘‘1 साल में 96 क्लीनिक चालू, कुछ फिर चालूरू मरीज की मौत पर झोलाछाप क्लीनिक पहले सील, फिर 10-10 हजार में डील, नाम पते बदलकर चालू’’ हेडलाइन से प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए डॉ. बी.के. वर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जिले भर के झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई की है। इस दौरान झांसी रोड़ और दिनारा रोड़ स्थित क्लीनिक को बंद कराया गया और नोटिस चस्पा किया गया। इसके अलावा कार्रवाई के दौरान भाण्डेर, उनाव, इंदरगढ़, सेंवढ़ा में भी कार्रवाई कर अवैध क्लीनिकों को बंद कराया गया है।
कार्रवाई के दौरान सबसे पहले स्वास्थ्य दल झांसी रोड पर डी.के. विश्वास के नाम से संचालित हो रहे क्लीनिक पर पहुंचा। पहुंचते ही संचालक क्लीनिक छोड़कर भाग गया था। निरीक्षण के दौरान क्लीनिक बंद कर नोटिस चस्पा किया गया। उसके बाद डीके विश्वास स्वयं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पहुंचे और उनके द्वारा लिखित में बयान दिया गया कि ना ही मेरे द्वारा किसी को 10 हजार रूपये दिये गये और ना ही मुझसे किसी के द्वारा मांगे गये। सीएमएचओ डॉ. वर्मा द्वारा डीके विश्वास को चेतावनी दी गई कि आपकी क्लीनिक भविष्य में खुलना नहीं चाहिए। यदि क्लीनिक खुली पाई जाती है तो आपके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जावेगी।
इसके बाद स्वास्थ्य दल दिनारा रोड़ स्थित जाकिर खांन क्लीनिक पर पहुंचा। जहां जाकिर खांन ना होकर कोई अन्य व्यक्ति बैठा हुआ पाया गया। जो स्वास्थ्य दल को देखकर बिना नाम बताये वहां से भाग गया। निरीक्षण के दौरान जाकिर खान क्लीनिक से मरीजों के उपचार करने वाले उपकरण जब्त किये गये और क्लीनिक को बंद कर नोटिस चस्पा किया गया।
कलेक्टर एवं सी एम एच ओ के निर्देशन में सेवडा विकासखंड में पूर्व में एक होम्योपैथी क्लीनिक को मरीज की मृत्यु होने पर सील किया गया था जो आज भी बंद है। उन्होंने कहा कि झोलाछाप व्यक्तियों द्वारा किसी भी प्रकार के लेन-देन की बात कही जाती है तो वह पूर्णतः निराधार है।
सीएमएचओ डॉ. वर्मा ने कहा कि जिले में अवैध क्लीनिक संचालकों को चेतावनी दी जाती है कार्रवाई के दौरान बंद कराये गये क्लीनिक को अगर कोई पुनः बिना पंजीयन के खोले हुए पाया जाता है तो उस पर सख्त से सख्त कार्यवाही कर एफआईआर दर्ज कराई जावेगी।
सीएमएचओ डॉ. बी.के. वर्मा ने स्वास्थ्य दल के साथ की झोलाछाप क्लीनिकों पर कार्रवाई

