जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर के घर को पुलिस स्टेशन बनाने की तैयारी हो रही है. ऑस्ट्रिया के गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है. सबसे ज्यादा हैरानी वाल बात ये है कि हिटलर खुद चाहता था कि उसके घर को सरकारी बिल्डिंग में तब्दील किया जाए. हाल ही में एक डॉक्यूमेंट्री में भी इस बात का दावा किया गया है. यही वजह है कि ऑस्ट्रियाई सरकार के इस फैसले को लेकर विवाद हो रहा है.
कई सालों तक चले कानूनी पचड़े के बाद ऑस्ट्रिया की सरकार ने फैसला किया है कि हिटलर के घर को पुलिस स्टेशन के तौर पर तब्दील किया जाएगा. इस पुलिस स्टेशन में ‘ह्यूमन राइट्स ट्रेनिंग सेंटर’ भी बनाया जाएगा. काम की शुरुआत इस साल 2 अक्टूबर से होगी. हिटलर का घर ऑस्ट्रिया के ब्रौनौ शहर में मौजूद है, जो जर्मनी से बिल्कुल सटा हुआ है. 1889 में यहीं पर हिटलर का जन्म हुआ था.
क्यों पुलिस स्टेशन बना रही सरकार?
दरअसल, ब्रौनौ शहर जर्मनी से बिल्कुल सटा हुआ है. यहां ऑस्ट्रिया और जर्मनी की सीमा को एक नदी बांटती है. हाल के दिनों में दोनों ही देशों में नियो-नाजी बढ़ गए हैं. उनके लिए ब्रौनौ में मौजूद हिटलर का घर किसी तीर्थस्थल की तरह हो गया है. इस वजह से सरकार इसे पुलिस स्टेशन बना रही है. ऑस्ट्रियाई सरकार ने 2016 में ही हिटलर के घर के मालिक से बिल्डिंग का कंट्रोल अपने हाथों में ले लिया था.
सरकार के फैसले पर विवाद क्यों?
ऑस्ट्रियाई डायरेक्टर गुंटर श्वाइगर ने कहा है कि गृह मंत्रालय ने जिस तरह से हिटलर के घर को पुलिस स्टेशन में तब्दील करने का फैसला किया है, वो बिल्कुल तानाशाह की इच्छा के मुताबिक है. श्वाइगर ने 10 मई 1939 को छपे स्थानीय अखबार का हवाला देते हुए बताया कि हिटलर की हमेशा से ही इच्छा रही है कि उसके पैतृक घर को सरकारी कार्यालय में बदल दिया जाए.
गुंटर श्वाइगर ने कहा कि हिटलर के घर को पुलिस स्टेशन में बदलना तानाशाह के सरकारी कार्यालय में बदले जाने वाली इच्छा का पूरा होना है. उन्होंने सरकार से गुजारिश की कि उसे अपने फैसले पर फिर से सोचना चाहिए. ऑस्ट्रियाई डायरेक्टर इस महीने के आखिर में हिटलर के घर को लेकर एक डॉक्यूमेंट्री भी रिलीज करने वाले हैं, जिसमें इस घर से जुड़े कुछ ऐसे रहस्यों को बाहर लाया जाएगा, जिनसे लोग अनजान हैं.
कितनी है घर की कीमत?
हिटलर का घर 800 स्क्वायर मीटर का है, जिसकी मौजूदा कीमत 170 करोड़ रुपये है. घर सड़क के किनारे तिकोने आकार में है. सरकार की तरफ से पुलिस स्टेशन बनाने का काम 2025 तक पूरा हो जाएगा. 2026 से इसे ऑपरेशनल कर दिया जाएगा. हालांकि, हिटलर ने इस घर में बहुत कम समय बिताया था. मगर फिर भी दुनियाभर से नाजी समर्थक इस घर को देखने के लिए पहुंचते हैं.