इटावा -वामपंथी नेता, किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री एवं प्रांतीय महामंत्री मुकुट सिंह ने जिला अस्पताल की इमरजेंसी में डाक्टर की घोर लापरवाही, बिना जांच इंजेक्शन लगाये जाने से ग्रामीण महिला श्रीमती रीना पत्नी सूबेदार सिंह की अचानक मौत पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए सम्बंधित डाक्टर को तत्काल निलम्बित करने की मांग की है मुकुट सिंह ने बताया कि सम्बंधित डाक्टर का जनता से अशिष्ट और घोर लापरवाही का व्यवहार रहता है। य़ह शिकायत कई भुक्त भोगियों ने बताई है l इमरजेंसी में रात्रि 10 बजे से दलाली, शराब और घूसखोरी का बोलबाला रहता है।कामरेड मुकुट सिंह स्वंय भुक्तभोगी हैं, बीपी बढने पर रात्रि में इमरजेंसी जाने पर डा0 रितिक गुप्ता द्वारा चेकअप न कर घोर उपेक्षा की गई तब सीएमएस से फोन से बात करने पर स्टाफ से बीपी नपवाकर इंजेक्शन लगावाया स्वंय डा0 गुप्ता ने चैकअप नही किया। उल्टा सीएमएस से शिकायत करना उन्हें नागवार गुजरा। मुकुट सिंह लगभग 1 घंटा इमरजेंसी में रूके तब आंखो से सब कुछ देखा। सीएमएस द्वारा सुधार और कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था, इसलिए शिकायत को आगे नही बढाया गया।माकपा जिला सचिव मण्डल सदस्य कामरेड प्रेमशंकर यादव ने उक्त जानकारी एक प्रेस ब्यान में दी है
जिला अस्पताल की इमरजेंसी में डाक्टरो की घोर लापरवाही-महामंत्री मुकुट सिंह
