कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय संगठन मंत्री भूपेन्द्र जैन ने आज एमआईटीएस के निदेशक सम कुलगुरू डॉ. आर. के. पंडित से उनके कार्यालय में मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में डॉ. सौरभ खंडेलवाल, प्रशांत आलौरिया भी साथ थे। इस अवसर पर कैट ने आग्रह किया कि मेला परिसर, जो कि कई एकड़ में फैला हुआ है, को वर्तमान में संधारण एवं आवश्यक सुविधाएं जुटाने के लिए एक प्रोजेक्ट एमआईटीएस तैयार करे और एमआईटीएस के आर्किटेक्चर विभाग के छात्र-छात्राएं एक प्रोजेक्ट के रूप में ग्वालियर व्यापार मेले को लें एवं निर्मित दुकानें, छतरियां, शौचालय, सड़कें एवं खुली भूमि का सर्वे करें और यह तैयार करें कि इसके संधारण और नवीनीकरण में कितनी धनराशि की आवश्यकता है। ताकि आयुक्त ग्वालियर संभाग के माध्यम से प्रस्ताव बनाकर राज्य शासन एवं केन्द्र शासन में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्रेषित कर सकें कि ग्वालियर की धरोहर 120 साल पुराने मेले को पुनः आधुनिक एवं नवीनीकरण के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की भावना के अनुरूप वोकल फॉर लोकल, स्वदेशी उत्पादों के विक्रय एवं निर्यात के लिए एक मंच के रूप में तैयार किया जा सके। मेला परिसर में स्थापित मध्यप्रदेश एक्सपोर्ट फैसिलिटेशन सेन्टर को भी वातानुकूलित कर वर्षभर उपयोग में लेने के लिए हमें कितने धन की आवश्यकता है, इसका पूरा प्रोजेक्ट आर्किटेक्ट विभाग द्वारा अगर बनाकर दिया जायेगा तो हम मध्यप्रदेश शासन के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलकर उस प्रोजेक्ट को पूरा करने का आग्रह करेंगे। साथ ही ग्वालियर अंचल के जनप्रतिनिधि, सांसदगण, मंत्रीगण, केन्द्रीय मंत्री सभी मिलकर इस मेले को विरासत और व्यापार भी के अनुकूल करने के लिए अपना योगदान दें। प्रतिनिधिमंडल को डॉ. आर.के. पंडित ने आश्वस्त किया कि विद्यार्थियों की परीक्षा के उपरांत इस विषय पर सारे प्रस्ताव को समझकर हम निर्णय करेंगे, लेकिन इस धरोहर को बचाने के लिए पूरा प्रयास करेंगे।
कैट एमआईटीएस से मदद लेकर ग्वालियर व्यापार मेले के संधारण का प्लान बनवायेगा

