ग्वालियर – कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के निर्देशन तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में मलेरिया विभाग की टीम द्वारा पूरे जिले में डेंगू नियंत्रण के लिए जनवरी से ही सतत निगरानी रखी गई तथा कार्ययोजना बनाकर प्रतिदिन फील्ड कर्मचारियों द्वारा एंटी लारवा सर्वे कराया गया , उक्त कार्यक्रम की समीक्षा ग्वालियर की कलेक्टर श्रीमती रुचिका सिंह चौहान के द्वारा भी नियमित की जा रही है जिसके चलते पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष डेंगू केसो में कमी दर्ज की गई गत वर्ष 2024 में अभी तक पाए गए कुल 1169 डेंगू केस की तुलना में वर्ष 2025 में अभी तक केवल 187 डेंगू केस पाए गए इन सभी का उचित उपचार किया गया, विभागीय अधिकारियों के निर्देशन में नगर निगम से समन्वय कर डेंगू प्रभावित क्षेत्र में तुरंत कार्रवाई करते हुए फागिंग की कार्रवाई कराई गई तथा दवा का छिड़काव किया गया एवं जन जागरूकता के लिए व्यापक प्रचार प्रसार भी कराया गया।
साथ ही जिन घरों में लापरवाही के कारण लार्वा पाया गया वहां पर चालानी कार्रवाई भी की गई है।
ग्वालियर में जनवरी से अभी तक कुल 8682 मरीजों की जांच में डेंगू के मात्र 187 कैस पॉजिटिव पाए गए तथा वर्तमान में जिले में डेंगू नियंत्रण में है।
इस अवसर पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विनोद दोनेरिया ने बताया कि साफ और रुके पानी में पनपने वाले एनाफिलीज मच्छर से मलेरिया तथा एडीज मच्छर से डेंगू , चिकुनगुनिया बीमारी का संक्रमण होता है। अतःआमजन से अपील है कि वे अपने घर और आसपास पानी इकट्ठा न होने दे, नियमित रूप से पानी की टंकी, गमले, कूलर, टायर, एवं अन्य कबाड़ इत्यादि में जमा पानी खाली कर उनमें पनप रहे मच्छर के लार्वा नष्ट करे एवं घर में मच्छरदानी का उपयोग करें अथवा मच्छर रोधी क्रीम, रेपेलेंट इत्यादि का उपयोग कर मच्छरों से बचाव करें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला ग्वालियर डॉक्टर सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि कोई भी बुखार होने पर तत्काल मलेरिया जांच करवाएं जांच की सुविधा ग्राम स्तर तक आशा कार्यकर्ता एवं समस्त स्वास्थ्य केंद्रों में निःशुल्क उपलब्ध है।
स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता से डेंगू नियंत्रण में, वर्ष 2025 में डेंगू केस हुए कम

