भारतीय राजधानी दिल्ली के आसपास सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी है. अब अमेरिका ने भी इस हिंसा पर प्रतिक्रिया दी. विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने शांति की अपील की. उन्होंने हिंसा न करने और इससे दूर रहने का आग्रह किया. पिछले दो दिनों से ग्लोबल मीडिया में गुरुग्राम हिंसा की खबर छाई हुई है. इससे भारत की साख को झटका लग सकता है. चूंकी अगले महीने दुनिया के ताकतवर नेता हिंदुस्तान में होंगे. एक मीडिया संस्थान ने लिखा कि इससे पहले भारत में सांप्रदायिक दरार उजागर हुई है.
अमेरिकी मीडिया संस्थान सीएनएन ने ट्रेन में मुस्लिम समुदाय के लोगों की गोली मारकर हत्या और हिंसाओं को कवर किया. ‘वर्ल्ड लीडर समिट से एक महीने पहले भारत में घातक सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी’ टाइटल के साथ लिखा कि दिल्ली में जी20 नेताओं के स्वागत से कुछ हफ्ते पहले भारत में गहरी सांप्रदायिक दरार उजागर हुई है. हरियाणा के नूंह, फरीदाबाद और पलवल में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. यहां 5 अगस्त तक इंरटनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है. हिंसाओं से संबंधित 110 लोगों को अबतक अरेस्ट किया गया है.
हिंसाओं से बचना चाहिए
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की ‘शोभा यात्रा’ के दौरान हिंसा हो गई थी. गुरुग्राम में सरकार द्वारा दी गई जमीन पर बनी अंजुमन मस्जिद को आग लगाने के साथ ही यहां एक इमाम की हत्या कर दी गई. हिंसा के बारे में पूछे जाने पर कि अमेरिका का क्या मैसेज है? मैथ्यू मिलर ने कहा कि ‘जाहिर है, झड़पों के संबंध में हम हमेशा की तरह शांति का अनुरोध करेंगे. दोनों पक्षों को हिंसक कार्यों से दूर रहना चाहिए. मुझे इसकी जानकारी नहीं है.’ उन्होंने अमेरिका में भारतीय दूतावास से संपर्क करने की बात कही. ग्लोबल मीडिया ने भी हिंसाओं को कवर किया है.
इमाम साद की हत्या को मीडिया ने दी प्रमुखता
पाकिस्तानी मीडिया संस्थान डाउन लगातार हिंसाओं को कवर कर रहा है. अल-जजीरा ने हिंसा में इमाम के मारे जाने की खबर को प्रमुखता दी है. इमाम हाफिज साद हत्या के अगले ही दिन बिहार अपने घर जाने वाले थे. हालांकि, उनके भाई उन्हें ट्रेन में शूटिंग हादसे के बाद सफर करने से मना कर रहे थे. 19 वर्षीय इमाम का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. हालांकि, राजधानी के आसपास हो रही हिंसा, और राजधानी दिल्ली में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की डिमांड ने चिंता और बढ़ा दी है.