28 जुलाई विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर-27 एच.आर.जी. की जांच की गई

ग्वालियर – मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि 28 जुलाई 2025 को विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय मुरार में आईसीटीसी केन्द्र में जांच शिविर आयोजित किया गया था उक्त शिविर में कुल 27 एच.आर.जी. की जांच की गई। शिविर में राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. हरेंद्र सिंह, जिला एपीडेमोलाजिसट डॉ.महेन्द्र पिपरोलिया, आईसीटीसी सेन्टर के स्टाफ उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ी बीमारी है, लिवर शरीर का एक जरूरी अंग है जो खून में से टॉक्सिन को साफ करने के साथ ही भोजन पचाने की प्रक्रिया में मदद करता है हेपेटाइटिस होने पर संक्रमण के कारण लिवर में सूजन आ जाती है जिस कारण लीवर पर असर पड़ता है यह गंभीर और जानलेवा बीमारी है हेपेटाइटिस वायरस पांच प्रकार के होते हैं जिनमें A,B,C,D,E होते हैं और ये पांचों ही खतरनाक होते हैं। हेपेटाइटिस के लक्षणों में हमेशा थकान महसूस होना त्वचा की रंगत पीली होना आंखों के सफेद हिस्सों का पीला पड़ जाना ,भूख न लगना या कम लगना ,उल्टी आना या जी मिचलाना ,पेट दर्द और सूजन होना ,सर दर्द व चक्कर आना यूरिन का रंग बदलना अचानक वजन कम होना, पीलिया होना या कई सप्ताह तक बुखार बना रहना आदि हैं समय पर जांच के जरिए शुरुआती पहचान हेपेटाइटिस के प्रभावी प्रबंधन में अहम भूमिका निभाती है हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ा एक गंभीर रोग है जो खास तौर पर व्यक्ति को वायरल इनफेक्शन की वजह से होता है। राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जनसमुदाय में इस बीमारी के प्रति जागरूकता अभियान कार्यक्रम, स्वास्थ्य शिविर, निशुल्क जांच,निदान कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में नवजात शिशुओं एवं बच्चों का मुफ्त टीकाकरण किया जाता है

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