टोंक 28 जुलाई ।परम पूज्य वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज ससंघ सानिध्य में रविवार 27 जुलाई को प्रातः 8:00 बजे से 20वीं सदी के प्रथमाचार्य चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांति सागर जी महाराज का आचार्य पद प्रतिष्ठापन शताब्दी समारोह के अंतर्गत “शांति समागम राष्ट्रीय पत्रकार संगोष्ठी” भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष रमेश जैन तिजारिया की अध्यक्षता में, विशिष्ट अतिथि सरोज बंसल प्रधान पंचायत समिति टोंक, दिशावोध पत्रिका के प्रधान संपादक चिरंजीलाल बगड़ा कोलकत्ता के निर्देशन में, जैन संदेश के संपादक एडवोकेट अनूपचंद जैन फिरोजाबाद के मुख्य वक्ता, अतिथि पदम बिलाला जयपुर, इंजी आशीष जैन धार आदि के साथ जैन जगत के वरिष्ठ संपादक, पत्रकार, लेखक जो विभिन्न प्रांतो से उपस्थित हुए उनकी उपस्थिति में तीन सत्रों में 5.30 बजे तक श्री दिगंबर जैन मंदिर नसियां जी अमीर गंज , टोंक में स्थित विशाल पांडाल में धूमधाम से संपन्न हुई।
संगोष्ठी के मुख्य संयोजक राजेंद्र महावीर सनावद ने अवगत कराया की अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन किया गया।
स्थानीय समाज की बालिकाओं द्वारा नृत्य के माध्यम से सुंदर मंगलाचरण किया।
इस अवसर पर संपादकों, संवाददाताओं, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पदाधिकारियों, अतिथियों व समाज टोंक के पदाधिकारियों द्वारा आचार्य शांति सागर जी की परंपरा के आचार्यों केअर्घ्य चढ़ाये गये । राजेंद्र जैन महावीर ने संचालन करते हुए कहा कि गोष्ठी की पूर्व संध्या पर आचार्य श्री के सानिध्य में स्थानीय मीडिया कर्मी व पत्रकारों का सम्मेलन आयोजित किया गया, उन्होंने गोष्ठी शाति समागम ,समागम से संवाद, संवाद से समाधान, समाधान से समन्वय, समन्वय से समाज, समाज से सद्भावना, सद्भावना से समृद्धि ,समृद्धि से सहानुभूति, सहानुभूति से संवेदना, संवेदना से शांति पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।
आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज ने सभी पत्रकारों को मंगल आशीर्वाद देते हुए कहा कि देश शास्त्र गुरु के प्रति निष्ठा रखते हुए भगवान महावीर, कुंद कुंद आमनाय,20वीं शदी के चारित्र चक्रवती आचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के उपकारों , सिद्धांतों को आगे बढ़ायें, धर्म प्रभावना कर अपने-अपने समाचार पत्रों में प्रकाशित कर जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करें।
पत्रकार सभी मिलकर एक आदर्श समाज का निर्माण करें और कलम को अनुभव की स्याही से समर्थ बनायें।
आचार्य जी ने स्पष्ट रूप से कहा कि आप सभी ऐसे कुल में पैदा हुए जिन्हें तीर्थंकरों की वाणी , आदर्श व उपदेश सुनने और पालन करने का अवसर मिल रहा है, जैन कुल में हो तो जैन सिद्धांतों को स्वयं पालना करें, व करवायें ।
गोष्ठी के मुख्य वक्ता व अनूपचन्द जैन फिरोजाबाद ने आचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के संसमरण सुनाये और उनके उपकारों का अपनी कलम का प्रयोग करते हुए चरित्र में डालने का प्रयास करें ।
इस अवसर पर अखिल बंसल, कमल जैन,सरोज बंसल, रमेश जैन तिजारिया ने अपने विचार रखे , उन्होंने जैन संस्कृति के संरक्षण व विकास के लिए पत्रकारों के समक्ष सारगर्भित विचार रखे और कहा कि पत्रकार निष्पक्ष होकर अपनी कलम चलाएं।
प्रथम सत्र के पश्चात राजेंद्र महावीर व सुनील संचय ललितपुर ने सभी पत्रकारों का पूज्य आचार्य श्री से व्यक्तिश परिचय व आशीर्वाद दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जो अत्यंत सराहनीय थी।
परस्पर संवाद का द्वितीय सत्र 1:00 से प्रारंभ हुआ जिसका कुशल संचालन जैन पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री उदयभान जैन ने किया इस सत्र में उपस्थित सभी सम्माननीय पत्रकारों को अपने अपने विचार रखने का अवसर दिया जिसके अन्तर्गत राकेश सफल चपलमन, डॉ कल्पना जैन, संजय बडजात्या ,चक्रेश जैन ,सुनील जैन सागर ,राजेश जैन ,राजेंद्र जैन, अखिलेश जैन ,पारस जैन, महावीर सरावगी, रविंद्र काला, साधना मदावत, डॉ प्रगति जैन इन्दौर ,अमित जैन, राजा बाबू गोधा, महेंद्र जैन ,मनीष जैन उदयपुर, विमल बज आदि ने अपने विचार रखे।
डॉ प्रगति जैन ने कहा कि गोष्ठी के उद्देश्यों में शांति से सुकल्याण, सुकल्याण से सम्यक दर्शन और सम्यक दर्शन से मोक्ष सिध्दशिला जोड़ना चाहिए।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जैन सिद्धांत के संबंध में अपने विचार रखे जो सराहनीय थे।
तृतीय सत्र दोपहर 2:00 बजे से प्रारंभ हुआ इसका कुशल संचालन डॉक्टर सुनील जैन ललितपुर व डॉक्टर प्रगति जैन इंदौर ने किया जिसके मुख्य वक्ता चिरंजीलाल बगडा थे। अध्यक्षता एडवोकेट अनूप जैन फिरोजाबाद ने की, विशिष्ट अतिथि दैनिक आचरण के प्रधान संपादक सुनील जैन सागर पूर्व विधायक थे।
इस सत्र में राकेश चपलमन, राजीव प्रचंडिया आदि ने अपने विचार रखें।
इसी क्रम में इसी सत्र में पूज्य आचार्य श्री अपने उद्बोधन में सभी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि आज क्षुल्लक श्री विशाल सागर जी महाराज का अंतिम समय जानकर विधिपूर्वक मुनि दीक्षा के संस्कार दिए तत्पश्चा उन्हें णमोकार महामंत्र का उच्चारण एवं स्वाध्याय सुनाया के साथ संलेखना पूर्वक उत्कृष्ट समाधि कराई।
आचार्य श्री ने तृतीय सत्र में चल रही पत्रकार संगोष्ठी में उक्तमुनि दीक्षा व समाधि की घोषणा की सभी ने यह सुनकर आचार्य श्री की जय जयकार की व मुनि श्री विशाल सागर जी की जय जय कार की ।
राष्ट्रीय गोष्ठी में डॉ सुबोध मरोरा इंदौर, राकेश सोनी (देवपुरी वंदना) इंदौर, प्रतिभा जैन इंदौर ,मनोज सोगानी ,विजय कुमार जैन, रवि कुमार जैन, मनोज जैन जयपुर, अनिल सेठिया जिनवाणी संदेश, सुरेंद्र प्रकाश जैन जयपुर ,मुकेश जैन समाचार जगह, शैलेश कपाड़िया गुजरात ,अजय जैन, पारस जैन, प्रकाशन पाटनी ,राजेश जैन, डॉ आरके जैन, ए वी जैन ,टोनी जैन ,विमल बज, विमल जोला, डॉ सुशीला सालगिया, संजय जैन किशनगढ़, नवनीत जैन इटावा, राकेश संगी, ज्ञानचंद जैन निवाई, आदि पत्रकार, संपादक ,लेखक, महानुभाव उपस्थित थे।
तृतीय सत्र में आचार्य श्री के सानिध्य में जैन गजट, तीर्थ वंदना, कोकली के राम फीचर फिल्म का पोस्टर , भारतीय गणित में आचार्य वीर सागर जी का योगदान आदि कृतियों का भी विमोचन संबंधित पत्रकार, संपादक ,विद्वानों में अतिथियों द्वारा किया गया ।
अंत में महोत्सव समिति टोंक ने सभी उपस्थित पत्रकारों का सुंदर गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य संयोजक राजेन्द्र जैन महावीर ,पवन कंटान टोंक ने आभार व्यक्त किया ।