हरियाली तीज का श्री सत्यनारायण समाज सेवा संस्थान ने किया आयोजन

इटावा-हरियाली तीज उत्साह और उमंग का त्यौहार है। यहनारी के शक्ति, समर्पण और भक्ति का उत्सव है। तीज महिलाओं की आस्था, प्रेम और तप का प्रतीक माना जाता है। हरे वस्त्र, मेंहदी, गीत-संगीत और झूला इस पर्व की विशेष पहचान है।यह बात श्री सत्यनारायण समाज सेवा संस्थान की सचिव डॉ ज्योति वर्मा ने पक्का तालाब स्थित शिव मंदिर में हरियाली तीज कार्यक्रम में कही। तीज में
हरा रंग और आलता पारंपरिक श्रृंगार नहीं, बल्कि स्त्री की आस्था, श्रद्धा और शक्ति का का प्रतीक भी है। इस दिन माता पार्वती ने शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था और शिव से उनका मिलन इसी तिथि को हुआ था। इसी‌लिए महिलाएं हरा वस्त्र पहनकर माता की भक्ति करतीं हैं। मान्यता है कि माता पार्वती ने भोलेनाथ को पति मानने के लिए इस दिन व्रत किया था। विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए व्रत करती हैं। यह श्रावण मास की अमावस्या के तीसरे दिन मनाया जाता है।कार्यक्रम में महिलाएं हरी साड़ी और सूट पहने हुए थीं। दोनों हाथों में मेहंदी लगाई, सावन के गीत गाए और एक दूसरे को झूला झुलाया।संस्था की अध्यक्ष मनोरमा वर्मा, सचिव डॉ ज्योति वर्मा, विधि सलाहकार प्रिया वर्मा एडवोकेट शिक्षिका शिखा पाल, शालिनी वर्मा, प्रभा देवी, आंचल, जागृति, अमृषा पटेल,छवि आदि महिलाएं शामिल रहीं

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