ग्वालियर – कलेक्टर ग्वालियर श्रीमती रुचिका सिंह चौहान के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला ग्वालियर डॉ सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में मृत्यु कम हो इस हेतु समय-समय पर समीक्षा बैठकों का आयोजन किया जाता है आज 2 मातृ मृत्यु की समीक्षा की गई जिसमें बरई ब्लॉक क के ग्राम सिमरिया एवं डबरा ब्लॉक कल्याणी ग्राम की शामिल है, उन्होंने बताया कि एमडीएसआर (मातृ मृत्यु निगरानी और प्रतिक्रिया) एक ऐसी प्रणाली है जिसका उपयोग मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए किया जाता है। यह प्रणाली सुविधा और सामुदायिक दोनों स्तरों पर काम करती है, जहाँ मातृ मृत्युओं की पहचान, रिपोर्टिंग, समीक्षा की जाती है, और कारणों का विश्लेषण कर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्य योजनाएँ बनाई जाती हैं।
एमडीएसआर के मुख्य बिंदु:
उद्देश्य:-
रोकी जा सकने वाली मातृ मृत्यु को कम करना और मातृत्व देखभाल प्रणालियों में सुधार करना।
प्रक्रिया:-
यह एक सतत चक्र है जिसमें मातृ मृत्यु की पहचान, रिपोर्टिंग, समीक्षा, कारणों का विश्लेषण और रोकथाम के लिए की गई कार्रवाइयों की निगरानी शामिल है, उन्होंने बताया कि समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए गए कि समय पर मातृ मृत्यु की सूचना हो एवं मातृ मृत्यु कम करने का प्रयास हर स्तर पर हो, उन्होंने बताया कि जो नर्सिंग होम मातृ मृत्यु की सूचना एवं जानकारी समय पर नहीं देता है तो उसे तत्काल नोटिस जारी करें।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी-1 डॉ.दीपाली माथुर ने बताया कि आज दो मातृ मृत्यु की बारीकी से की गई, इस समीक्षा बैठक में डबरा एवं बरई ब्लॉक के सम्बन्धित चिकित्सक एवं बीसीएम, एएनएम, सीएचओ, आशा कार्यकर्ता उपस्थित हुए, जिला स्तर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सचिन श्रीवास्तव, जिला स्वास्थ्य अधिकारी-1 डॉ दीपाली माथुर, जिला मीडिया अधिकारी आई.पी. निवारिया, जिला कम्युनिटी मोबीलाईजर एम एस खान, जिला सीपीएचसी सलाहकार डॉ.शिवानी अगरिया , प्रभारी डीपीएच एनओ श्रीमती संविदा श्रीवास, एपीएम आदि शामिल हुए