संविधान पर संकट गहरा रहा है, जनता भाजपा को जवाब देने को तैयार-राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव

इटावा -समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लगातार संविधान पर हमला कर रही है, जबकि यही संविधान हमें सम्मान, अधिकार और आरक्षण देता है। संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का बनाया हुआ संविधान पीडीए के लिए संजीवनी की तरह है। उन्होंने दावा किया कि इटावा सहित पूरे प्रदेश की जनता इस बार भाजपा के खिलाफ मतदान करने जा रही है, क्योंकि भाजपा ने एक भी वादा पूरा नहीं किया और अब भावनात्मक मुद्दों के सहारे सरकार चला रही है। अखिलेश यादव शनिवार को अपनी सुरक्षा में तैनात पीएसओ मनोज यादव की भतीजी की शादी मे शामिल होने इटावा पहुंचे थे। उन्होंने डिवाइन लाइट इंटर कॉलेज के पास स्थित बालाजी वेंकट हॉल में पीएसओ मनोज यादव की भतीजी रोली यादव, पुत्री विजेंद्र यादव, के विवाह समारोह में उपस्थित होकर नवविवाहिता को आशीर्वाद दिया।समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान हमारी किस्मत की किताब है और लोकतंत्र की आत्मा है। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान को कमजोर करने और उसमें बदलाव लाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि जब संविधान कमजोर होगा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। इसके विपरीत, मजबूत संविधान ही मजबूत लोकतंत्र का आधार है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के करीबी और प्रभावशाली लोग समय-समय पर समाज के कमजोर तबकों, विशेष रूप से पीडीए समाज, का अपमान करते रहे हैं। मध्य प्रदेश की घटना, सुप्रीम कोर्ट परिसर की घटना और उत्तर प्रदेश में महिलाओं व बेटियों के साथ होने वाली घटनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा अपमानित और पीड़ित पीडीए समाज है। मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर उन्होंने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए। उनका कहना था कि आयोग का उद्देश्य मतदाता बढ़ाना होना चाहिए, जबकि वर्तमान में मतदाता काटने की कार्रवाई अधिक हो रही है। उन्होंने आशंका जताई कि उत्तर प्रदेश में दो से तीन करोड़ वोट काटे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आधार कार्ड के बावजूद जनता को कागज खोजने के लिए परेशान किया जा रहा है, जबकि तकनीक के उपयोग से यह समस्या खत्म हो सकती थी। उन्होंने कहा कि इससे न केवल आम जनता बल्कि बीएलओ भी अनावश्यक दिक्कतों में फंसते हैं। उन्होंने नोटबंदी से लेकर कोविड काल तक जनता को परेशान किए जाने का आरोप लगाया। महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर उन्होंने कहा कि कितने लोगों की जान गई, इसका सरकार को न चिंता है न हिसाब। उन्होंने कहा कि भाजपा भावनात्मक मुद्दों के सहारे शासन चला रही है और जब सरकार भावनाओं पर चलने लगेगी तो समाज के अन्य वर्ग भी अपनी भावनाएं सामने लाएंगे। इसलिए सरकार को संविधान के रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि मीडिया सरकार से सवाल करता है तो ईडी और सीबीआइ जैसी एजेंसियों का दबाव बना दिया जाता है। यह स्थिति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।कार्यक्रम में इटावा के सांसद जितेंद्र दोहरे, प्रदेश सचिव गोपाल यादव, रामसनेही यादव, जयकेंद्र यादव, जितेंद्र यादव, मनोज यादव, विनोद यादव, अमित यादव, एडवोकेट सुमित यादव, अमन यादव समेत कई लोग मौजूद रहे।

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