महिमा वंदे मातरम और वैदिक शाश्वत चिकित्सा वैदिक ज्ञान प्रस्तुति की गई आयोजित

लखनऊ-राज्य विधान मण्डल पेंशनर्स संस्थान के 61वें कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तर प्रदेश विधान भवन के हॉल नंबर 10 एवं कक्ष संख्या 80 में “महिमा वन्दे मातरम् की, और वैदिक शाश्वत चिकित्सा ” विषय पर विशेष बैठक एवं वैदिक ज्ञान प्रस्तुति आयोजित की गई।कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के कई गणमान्य अधिकारी, शिक्षाविद, आयुष सचिवालय के प्रतिनिधि तथा सामाजिक संगठनों के प्रमुखों ने सहभागिता की।इस अवसर पर वैदिक शाश्वत चिकित्सा, जो अथर्ववेद आधारित प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, का विस्तृत प्रेज़ेंटेशन स्वामी डॉ. भक्ति प्रकाश द्वारा प्रस्तुत किया गया। स्वामी जी पिछले 30 वर्षों से इस वैदिक चिकित्सा विद्या के पुनरुत्थान एवं प्रसार में सतत कार्यरत हैं। उनके सेवा-समर्पण के लिए उन्हें डॉक्टरेट, भारत गौरव अवॉर्ड, विजनरी लीडर अवॉर्ड और भारतीय प्रतिभा रत्न सम्मान से अलंकृत किया जा चुका है।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि र्वांत रंजन, राष्ट्रीय प्रचारक ने वैदिक चिकित्सा के वैज्ञानिक एवं मानवीय पक्षों पर प्रकाश डाला।
अतिविशिष्ट अतिथि चन्द्र भूषण सिंह (आईएएस), सचिव शिक्षा, तथा हरिकेश चौरसिया (आईएएस), विशेष सचिव आयुष, ने शाश्वत चिकित्सा को भारतीय परंपरा की अनमोल धरोहर बताते हुए इसके शोध और विस्तार की आवश्यकता पर बल दिया।अध्यक्षता डॉ. सी.पी. शर्मा, अध्यक्ष राज्य विधान मंडल पेंशनर्स संस्थान ने की।
विशिष्ट अतिथियों में डॉ. डी.पी. सिंह, संयुक्त सचिव गृह मंत्रालय श्रीमती प्रीति गर्ब्याल, महिला अध्यक्ष हिन्दू महासभा;
राष्ट्र गौरव शर्मा, महामंत्री कल्याण समिति गोविन्द जांगिड़, कवि विपुल मिश्रा तथा अन्य विशिष्ट जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिनेश चन्द्र अवस्थी, पूर्व विशेष सचिव द्वारा सौजन्य से सम्पन्न हुआ।स्वामी डॉ. भक्ति प्रकाश ने सभा को संबोधित करते हुए कहा किअब समय आ गया है कि हम केवल दवाओं पर निर्भर न रहें, बल्कि शरीर की स्वयं-चिकित्सकीय शक्ति को जागृत करने वाली वैदिक शाश्वत चिकित्सा को अपनाएँ।”सभा में उपस्थित अधिकारियों एवं विद्वानों ने शाश्वत चिकित्सा को आधुनिक स्वास्थ्य प्रणाली के साथ जोड़कर जनकल्याण हेतु आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।यह कार्यक्रम शाश्वत चिकित्सा के साधकों, विद्यार्थियों और इस विद्या के विस्तार के लिए कार्यरत युवाओं के लिए गौरव और उत्साह का महत्वपूर्ण क्षण सिद्ध हुआ।बाबा स्वामी भक्ति प्रकाश जी के साथ उनकी टीम के डॉ विश्व दीपक शर्मा,डॉ विवेक शर्मा,विनीता साईं, द्विजा बबीता ,अर्चना सिंह,प्रिय शर्मा और अमन शर्मा आदि सम्मिलित हुए साथ ही सैकड़ों लोगों ने इस वैदिक शाश्वत चिकित्सा का लाभ लिया।

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