इंदौर- मुनि श्री विजय सागर जी की उत्कृष्ट समाधि आचार्य श्री विशद सागर एवं आचार्य श्री विभव सागर जी संसघ के मंगल मय सानिध्य में हुई। धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि अंतिम डौल यात्रा सुदामा नगर जैन मंदिर से मलय गिरी तीर्थ पर अंतिम क्रिया विधिविधान के साथ सम्पन्न की गई
सुदामा नगर में आचार्य श्री विशद सागर जी के शिष्य मुनि श्री विजय सागर जी की समाधि कल 26 अक्टूबर को शाम 7 बजे हुई थी। इस अवसर पर समाज श्रेष्ठी जनों ने डोल यात्रा में शामिल पुलक्मन्च के पदाधिकारी प्रदीप बड़जात्या महेंद्र निगोतिया समाज के राजेश जैन खाखरोड वाले अर्पित जैन वाणी राजेश जैन दद्दू डां राहुल जैन अभय जी पाटोदी अजित जैन पवन मोदी अर्पित बड़जात्या आदी समाज जन सेकंडों की संख्या में शामिल हुए। एवं पंडित नितिन झांझरी के द्वारा विधि विधान से अंतिम संस्कार की क्रिया मलयगिरि में सम्पन्न कराई
इस अवसर पर मुनि श्री के ग्रहस्त जीवन के सेकड़ो रिश्तेदार भी इस अंतिम अवसर पर उपस्थित थे ।
मुनि श्री का आज सुबह डोला सुदामा नगर से आचार्य श्री विशद सागर जी एवम आचार्य श्री विभव सागर जी के सानिध्य में सभी क्रियाए करने के बाद दो साधुसंतों के साथ सुदामा नगर से महू नाके से कालानी नगर एयरपोर्ट होते हुए मलयगिरि तक बेंड बाजे के साथ पहुंचा।
मुनि श्री की डौल यात्रा निकली

