ग्वालियर 25 सितम्बर 2025/ कृषि सखियों ने प्रशिक्षण के तीसरे दिन प्राकृतिक खेती के फायदेमंद आयाम सीखे। कृषि सखियों के लिये कृषि विज्ञान केंद्र में पांच दिवसीय प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में जिले के सभी विकासखंडों में प्राकृतिक खेती के लिये चिन्हित गाँवों से आईं कृषि सखियाँ भाग ले रही हैं।
प्रशिक्षण के चौथे दिन कृषि सखियों ने फसल सुरक्षा के लिये उपयोगी अग्निआस्त्र, ब्रह्मास्त्र एवं नीमास्त्र बनाने के संबंध में व्यवहारिक जानकारी कृषि विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिकों से प्राप्त की। साथ ही उन्हें विभिन्न प्राकृतिक खेती आयामों के बारे में भी विस्तार से जानकारी भी दी गई।
प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केंद्र, मुरैना के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. जे.सी. गुप्ता द्वारा कृषि सखियों को नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र एवं अग्निआस्त्र बनाने के संबंध में व्यावहारिक जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केंद्र ग्वालियर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. शैलेंद्र सिंह कुशवाहा ने कृषि सखियों को प्राकृतिक खेती के माध्यम से मृदा के स्वास्थ्य संरक्षण पर विस्तार के बारे में बताया।
कृषि विज्ञान केंद्र की प्राकृतिक खेती की नोडल अधिकारी डॉ. अमिता शर्मा द्वारा कृषि सखियों कों जीवामृत बनाने का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण के संयोजक डॉ. एस. सी. श्रीवास्तव द्वारा कृषि सखियों से प्राकृतिक में तैयार किए गए विभिन्न उत्पादों के उपयोग पर जानकारी दी गई।
कृषि विज्ञान केन्द्र में प्राकृतिक खेती पर पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी
