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लोगों में दहशत, लिफ्ट गिरने से मौत के बाद ये है पारस का नजारा

गुरुवार शाम को दिल्ली के सटे नोएडा सेक्टर 137 के पारस टिएरा सोसायटी में लिफ्ट के अचानक टूट जाने से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. दरअसल इस सोसायटी के टॉवर 24 की लिफ्ट में एक बुजुर्ग महिला किसी काम से लिफ्ट से नीचे उतर रही थी. तभी अचानक लिफ्ट खराब हो गई. अचानक से लिफ्ट रुकी और वो 8वें मंजिल से सीधे माइनस 2 में जा गिरी.

इस हादसे के बाद सेक्टर 142 थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. टॉवर 24 के बाहर सोसायटी के लोगों की भीड़ जमा हो गई. लोग पुलिस से मांग कर रहे थे कि संबंधित लोगों पर कार्रवाई की जाए. भीड़ बढ़ता देख रात 8 बजे के करीब पुलिस ने लाठी चार्ज करना शुरु कर दिया.

लोगों में दहशत का माहौल

इस घटना के बाद से पारस में रह रहे लोगों में भय का माहौल है. पारस के टॉवर 15 में रहने वाले शैलेंद्र कुमार ने बताया कि इस घटना के बाद जब सुबह अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने जा रहे थे. तो लिफ्ट का बटन दबाते वक्त उनके आंखों के सामने कल रात का नजारा घुम रहा था. उनकी हिम्मत नहीं हो रही थी वो लिफ्ट का बटन दबाएं

टॉवर्स के लिफ्ट में है समस्या

पारस के टॉवर 5 में रहने वाली ज्योति जब आज सुबह ऑफिस जा रही थी. तो उन्होंने लिफ्ट की इमरजेंसी बेल चेक की. लेकिन उसकी घंटी गार्ड तक नहीं पहुंच रही थी. लिहाजा नीचे उतकर उन्होंने गार्ड से कहा कि मेंटिनेंस ऑपिस को कंप्लेन करो. गार्ड का कहना था कि मैडम हमारी कोई सुनता ही नहीं. आप ही को शिकायत करनी पड़ेगी. यह हालत तब है जब फिछली रात को इतनी बड़ी घटना हो चुकी है. टॉवर 5 के अलावा भी कई टावर्स के लिफ्ट में बेल काम नहीं करने की शिकायतें मिली है.

समस्याओं का अंबार बनता जा रहा पारस

पारस टिएरा में टॉवर 16 में रहने वाली शाक्षी का कहना है कि पहले यहां सबकुछ ठीक चल रहा था. लेकिन बीते कुछ महीने से जबसे इसके रख-रखाव की जिम्मेदारी आरडब्ल्यू के हाथ में गई है तब से आए दिन मुसीबतें आ रही है. मेटिंनेस पूरा लिया जा रहा है लेकिन लोगों की समस्या को सुनने वाला कोई नहीं है. मेटिनेंस ऑपिस में कंप्लेन करने पर भी कोई सुनवाई नहीं होती. ऑनलाइन सिस्टम में कंप्लेन का भी एक्शन कई कई दिनों तक नहीं लिया जाता.

सीवर की दिक्कत

पारस के ही टॉवर 18 में रहने वाले गिरिजेश मिश्रा की भी हालत कुछ ऐसी ही है. उनका कहना है कि इस घटना के बाद आज सुबह उन्हें ऑफिस जाने के लिए लिफ्ट खोलते हुए भी डर लग रहा था. दरअसल पारस टिएरा सोसायटी के कई टॉवर्स में सीवर की परेशानी है. जिसकी वजह से यहां रह रहे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

रातों रात हटा दिए गए पुराने कर्मचारी

पारस टिएरा का मैनेजमेंट जब बिल्डर से चेंज होकर आरडब्ल्यू के हाथों में गया तो यहा के सारे पुराने कर्मचारी, गार्ड्स, प्लबंर, साफ सफाई वाले सबको रातों रात बिना किसी नोटिस के निकाल दिया गया. पारस में काम करने वाले विकास शुक्ला का कहना है कि जबसे मैनेजमेंट बदला है तबसे यहां की हालत खराब हो गई है. विकास ने कल की घटना पर कहा कि कल जब हम लोग मांग कर रहे थे कि दोषियों पर कार्रवाई हो तो उल्टा पुलिस हम पर ही लाठी बरसाने लगी. विकास के मुताबिक प्रसाशन भी यहां के लोगों का नहीं बल्कि उनका साथ दे रही है जिनके हाथ में लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है.

इट्स पार्ट ऑफ लाइफ

पारस में रहने वाले अजय जो कल की घटना के वक्त मौजूद थे. उन्होंने बताया कि जब सोसायटी के लोगों ने पुलिस को संबंधित जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने को कहा तो जवाब मिला इट्स पार्ट ऑफ लाइफ. अब सोचिए जरा कि किसी की मौत पर कहा जाए इट्स पार्ट ऑफ लाइफ तो आप क्या ही कहेंगे.

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