भिण्ड 16 जून 2025/30 मध्य प्रदेश बटालियन एनसीसी भिंड के तत्वावधान में चल रहे संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर के छठे दिन एनसीसी मुख्यालय के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर के.डी.एस. झाला ने शिविर का निरीक्षण किया। सर्वप्रथम शिविर में उपस्थित एनसीसी कैडेट्स ने कमांडर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया, जो उनके प्रति सम्मान और अनुशासन का परिचायक था। इसके बाद ब्रिगेडियर झाला ने पूरे शिविर का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने शिविर के सभी 400 कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि “राष्ट्र प्रेम ही सबसे बड़ा धर्म है”। उन्होंने एनसीसी के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि देश की उन्नति के लिए युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और एनसीसी युवाओं को इस दिशा में तैयार करने का एक सशक्त माध्यम है।
ब्रिगेडियर झाला ने एनसीसी के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि एनसीसी केवल सैन्य प्रशिक्षण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह कैडेट्स के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है। एनसीसी से जुड़कर कैडेट्स में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता, समय प्रबंधन और टीम वर्क जैसे महत्वपूर्ण गुण विकसित होते हैं। उन्होंने जोर दिया कि एनसीसी कैडेट्स को विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट अनुभव प्रदान करती है, जैसे कि माउंटेनियरिंग, एडवेंचर एक्टिविटीज, डिजास्टर मैनेजमेंट और सोशल सर्विस वर्क, ये अनुभव उन्हें न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाते हैं, बल्कि उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार करते हैं। एनसीसी द्वारा सिखाई गई अच्छी आदतें और जीवन कौशल कैडेट्स को जीवन के हर क्षेत्र में सफल होने में मदद करते हैं।
ग्रुप कमांडर ने दोपहर भोजन के दौरान एनसीसी कैडेट्स से सेना में उनके करियर निर्माण के अवसरों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कैडेट्स को सेना में विभिन्न भूमिकाओं और करियर पथों के बारे में जानकारी दी, जिससे युवाओं को अपने भविष्य के बारे में स्पष्टता मिल सके। इस अवसर पर 30 एम.पी. बटालियन एनसीसी भिंड के कमान अधिकारी कर्नल कुलवंत सिंह कुहाड़, कर्नल अविनेंदर, सूबेदार मेजर मदन सिंह, ए.एन.ओ. और समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
राष्ट्र सेवा ही सबसे बड़ा धर्म – ब्रिगेडियर के.डी.एस. झाला
