भारत विकास परिषद् ने हर्षोल्लास के साथ मनाई पुण्य श्लोका अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी जयन्ती

इटावा- स्थानीय नारायण वैंकट हाल में भारत विकास परिषद् मुख्य शाखा इटावा ने शनिवार को सायंकाल पुण्य श्लोका लोक माता अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी जयन्ती को हर्षोल्लास के साथ मनाया। सर्व प्रथम मंचापूर्ति में श्रीमती निशा गुप्ता गतिविधि संयोजिका महिला सहभागिता, विवेक रंजन गुप्ता कोषाध्यक्ष, श्रीमती शैलजा पाठक सचिव, हरी शंकर त्रिपाठी अध्यक्ष, इन्द्र नारायण पाण्डेय अध्यक्ष पांचाल प्रान्त, विवेक कुलश्रेष्ठ क्षेत्रीय गतिविधि संयोजक सेवा, विशिष्ट अतिथि व मुख्य वक्ता प्रोफेसर डा.पद्मा त्रिपाठी, मुख्य अतिथि डा. प्रीति मिश्रा मीडिया कोआर्डिनेटर सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी को मंच पर बैठाया गया। मुख्य अतिथि सहित सभी ने भारत माता, स्वामी विवेकानन्द और लोक माता अहिल्याबाई होलकर के चित्रों पर पुष्प भेंट कर दीप प्रज्ज्वलित किया। सभी ने खड़े होकर समवेत स्वर में वन्देमातरम राष्ट्रगीत का गान किया। इन्द्र नारायण पाण्डेय ने मंचासीन अतिथियों का परिचय और श्रीमती पूनम तिवारी ने भारत विकास परिषद् का परिचय प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि व मुख्य वक्ता प्रोफेसर डा. पद्मा त्रिपाठी ने अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए बताया कि असाधारण परिवार में जन्म लेने वाली अहिल्याबाई ने बाल्यकाल में ही अपनी शिव भक्ति और प्रतिभा से इन्दौर के राजा मल्हार राव को अपनी ओर आकर्षित ही नहीं किया बल्कि अपने पुत्र खाण्डेराव होलकर से विवाह के लिए उनके पिता के आगे प्रस्ताव रखा। विवाहोपरान्त अहिल्याबाई ने जीवन में अनेक कठिनाइयों का बखूबी सामना किया। सन् 1758 में उनके पति खाण्डेराव होलकर और 1766 में अपने स्वसुर मल्हार राव की मृत्यु के बाद इन्दौर की राजगद्दी पर बैठ कर शासन संभाला। उनकी न्यायप्रियता, विद्वता और धर्मपरायणता से राज्य की जनता अति प्रसन्न थी। विवेक कुलश्रेष्ठ ने उनकी न्यायप्रियता की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने पुत्र को भी एक बछड़े को रथ से कुचलने के अपराध में मृत्यु दण्ड देने का निर्णय किया था किन्तु जनता के विशेष अनुरोध पर माफ़ कर दिया था। इस अवसर पर इन्द्र नारायण पाण्डेय अध्यक्ष पांचाल प्रान्त, समाज सेविका कोमल नेहा, शिक्षाविद् असरा बेगम प्रधानाचार्या और समाज सेविका पूनम पाण्डेय सभासद ने लोक माता अहिल्याबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए विचार व्यक्त किए। लोक माता अहिल्याबाई का जीवन महिला सशक्तिकरण को मजबूती प्रदान करता है ” की भावना को अंगीकार करते हुए परिषद् ने इस अवसर पर डा. प्रीति मिश्रा, प्रोफेसर डा.पद्मा त्रिपाठी, पूनम पाण्डेय समाज सेविका और सभासद, शिक्षा विद् व प्रधानाचार्या असरा बेगम , कोमल नेहा समाज सेविका तथा पत्रकार चंचल दुबे को परिषद् की महिला सदस्य निशा गुप्ता, शैलजा पाठक सचिव, पूनम तिवारी, अर्चना मिश्रा, शुभदा शुक्ला, प्रीति सक्सेना, मन्जू देवी, सन्ध्या यादव , बीना चौहान आदि ने शाल ओढ़ाकर अहिल्याबाई के चित्र भेंटकर सम्मानित किया। परिषद् के कार्यक्रम में संजय मिश्रा पूर्व प्रान्तीय महासचिव, अश्वनी कुमार मिश्रा प्रान्तीय गतिविधि संयोजक सम्पर्क, राजीव लोचन दीक्षित, ओम नारायण शुक्ला,सौरभ कुमार सक्सेना,आशा राम मिश्रा, बी. के. सिंह, आनन्द प्रकाश नारायण दुबे, प्रोफेसर राम कृष्ण सिंह यादव, सुग्रीव सिंह यादव, विनोद कुमार पाल, प्रमोद कुमार पाण्डेय, मुलायम सिंह यादव, अविनाश कुमार पाल, इन्द्र जीत, राजेश बाजपेयी, मोनू आदि की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अन्त में हरी शंकर त्रिपाठी ने अतिथियों के साथ उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया तथा समापन राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ। अविनाश कुमार पाल के सहयोग से स्वल्पाहार की सुन्दर व्यवस्था की गई। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शैलजा पाठक सचिव के द्वारा किया गया

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