शीतल प्रसाद इंटर कालेज मे चौक पूरन कार्यशाला में दिखी भारतीय परंपरा
इटावा-उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान लखनऊ और श्री शीतल प्रसाद शोरोवाल बालिका इंटर कॉलेज इटावा के संयुक्त तत्वाधान में सृजन कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत सात दिवसीय पारंपरिक चौक पूरन कार्यशाला समापन हुआ। सात दिवसीय इस कार्यशाला का उद्देश्य भारतीय संस्कृति में लुप्त होती जा रही हमारी उन समृद्ध परंपराओं को संरक्षित करना था जिससे हमारी अपनी पहचान जुड़ी है। लोक में उपस्थित हमारी परंपराओं से नई पीढ़ी को
परिचित कराना और उन्हें संरक्षित करना था। इस कार्यशाला में 85 छात्राओं ने उत्साह के साथ भाग लिया और करीब 200 से भी ज्यादा कलाकृतियों को बनाया। भारतीय परंपरा में चौक पूरन को मंगल अवसर पर देवताओं को आमंत्रित करने के साथ उनके आसान को बनाना होता है। विभिन्न मंगल चिन्हों से सज्जित प्रशिक्षुओं द्वारा बनाई गई चौक की मनोहारी कृतियों की एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिसे देखकर अतिथि, अभिभावक,और दर्शक भी हतप्रभ थे।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ए.डी.एम न्यायिक इटावा संदीप श्रीवास्तव,प्रशिक्षिका मयूरी शर्मा, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर आरती जैन,विशिष्ट अतिथि.और प्राचार्य सुमन यादव ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया।
इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत भी प्रस्तुत किया।
चौक पूरन कार्यशाला की प्रशिक्षिका मयूरी शर्मा ने कार्यक्रम के बारे में बताया उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान लखनऊ के निदेशक अतुल द्विवेदी के मार्गदर्शन में इस कार्यशाला का आयोजन शीतल प्रसाद शोरोवाल बालिका इंटर कॉलेज में 14 मई से 20 मई तक किया गया। अभिभावकों के सहयोग से प्रशिक्षुओं ने बेहद उत्साह से कार्यशाला में प्रतिभाग किया और लगभग 200 से ज्यादा कलाकृतियां बनाई।जिनकी प्रदर्शनी भी लगाई गई है। चौक पूरन को मांगलिक अवसर,पूजा,त्योहारों के अवसर बनाया जाता है।ये कला अब खत्म सी हो गई है लेकिन इस कार्यशाला के माध्यम से नई पीढ़ी ने जिस उत्साह के साथ इसे सीखा है वो उत्साहजनक है।
सात दिवसीय निःशुल्क कार्यशाला के समापन अवसर पर कार्यशाला में बनी चौक पूरन की डिजाइनों की एक प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसे देख कर सभी उपस्थितजन ने प्रशंसा की। चौक पूरन की इन डिजाइनों में रंगों का प्रयोग,चौक की परंपरागत डिजाइन में कल्पनाओं का समावेश सभी को मोहित कर रहा था। उत्तर प्रदेश लोक जनजाति एवं संस्कृति संस्थान की इस कार्यशाला में प्रशिक्षुओं और अभिभावकों के उत्साह दिखा।
कार्यक्रम का संचालन
आसिंधु कुमारी ने किया।
इस अवसर पर वीरेंद्र जैन,
बबिता सिंह रिंकी कुमारी,अर्चना,सोमेश कुमार शर्मा,रीता कुमारी,रचना अग्रवाल, अनामिका वर्मा, डॉ. बिन्दु ,रजनी पाल,गुलशन फारूकी समेत अनेक अभिभावक और गणमान्यजन उपस्थित थे