मंदिर धर्म की विरासत और समोषरण के प्रतीक होते हैं
इंदौर-दिगंबर जैन तीर्थ स्वरूप आदिनाथ जिनालय छत्रपति नगर का 32 वां स्थापना दिवस एवं आदिनाथभगवान भगवान का 108 स्वर्ण,रजत कलशों से महा मस्तकाभिषेक एवं शांति धारा, उपाध्याय द्वय मुनिश्री विशोक सागरजी एवं विभंजन सागर जी महाराज के सानिध्य एवं पंडित योगेंद्र काला के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस अवसर पर धर्म सभा को संबोधित करते…

