ग्वालियर 17 अक्टूबर 2025/ ग्वालियर और मुरैना जिले की पीसीपीएनडीटी टीम ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई कर मुरैना में अवैध रूप से भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाले को रंगे हाथ पकड़ा है। यह स्टिंग ऑपरेशन ग्वालियर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान और मुरैना कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगड़े के संयुक्त प्रयासों से तथा क्षेत्रीय संचालक ग्वालियर संभाग डॉ. नीलम सक्सेना के निर्देशन में किया गया। कार्रवाई की तैयारी टीम द्वारा पिछले दो महीने से की जा रही थी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि क्षेत्रीय संचालक ग्वालियर संभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मुरैना के जौरा रोड पर अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण किया जा रहा है। सूचना मिलते ही डॉ. नीलम सक्सेना ने तत्काल एक्शन लेते हुए ग्वालियर और मुरैना की संयुक्त टीम गठित की।
इस टीम में ग्वालियर के पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. प्रबल प्रताप सिंह, एम.डी. मेडिसिन डॉ. बिंदु सिंघल व ओएसडी, सिविल अस्पताल हजीरा डॉ. रश्मि मिश्रा तथा मुरैना से सीबीएमओ डॉ. अनुभा महेश्वरी और समाजसेविका मीना शर्मा शामिल थीं। टीम ने मौके पर संजीव शर्मा उर्फ संजू को अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण करते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
आरोपी ने अल्ट्रासाउण्ड मशीन पश्चिम बंगाल से खरीदी थी। टीम ने मौके से मशीन, पुराने वीडियो, टेप और परीक्षण के लिए लिए गए रुपये जब्त किए। आरोपी पूर्व में मुरैना के बिलगांव सरकारी स्कूल में भृत्य था और निलंबित होने के बाद से ही भ्रूण लिंग परीक्षण का अवैध कार्य कर रहा था।
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी को यह मशीन जिस व्यक्ति ने बेची थी, उसे भी पूर्व में राजस्थान के जयपुर में पीसीपीएनडीटी टीम ने पकड़ा था। इस गिरोह के तार पश्चिम बंगाल और राजस्थान तक जुड़े हुए हैं। पीसीपीएनडीटी टीम द्वारा पहले भी राजस्थान में स्टिंग ऑपरेशन कर भ्रूण लिंग परीक्षण के अवैध काम में लिप्त कुख्यात आरोपी पंकज तिवारी को रंगे हाथ पकड़ा जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के मार्गदर्शन में सतत निगरानी रखकर भ्रूण लिंग परीक्षण करने वालों का पता लगाया जा रहा था। इसी के फलस्वरूप आज यह सफलता मिली है।
स्टिंग ऑपरेशन कर भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाला रंगे हाथ पकड़ा
