इटावा-आचार्य आदिसागर अंकलीकर इंटर कॉलेज में आचार्य सुनील सागर जी महाराज का अवतरण दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक विष्णु कुमार ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए आचार्य सुनील सागर जी महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया आचार्य
आदिसागर जी अंकलीकर के चतुर्थ पट्टाचार्य श्री सुनील सागर जी का जन्म अतिशय क्षेत्र तिगोड़ा जिला सागर में हुआ था।इनके पिता का नाम भागचंदजी जैन और माता का नाम मुन्नी देवी था।आचार्य सुनील सागर जी एक दिगंबर मुनिराज हैं जो अपने अनुयायियों के बीच “उपसर्ग विजेता” और “चतुर्थ पट्टाधीश” के रूप में जाने जाते हैं।
आचार्य जी ने अपने प्रवचनों में हमेशा मन को त्यागी बनाने की शिक्षा दी है, जिसका अर्थ है कि किसी भी भौतिक चीज़ के प्रति मोह न रखना और अपने मन को हमेशा शुद्ध रखना। आचार्य सुनील सागर जी ने हमेशा शिक्षा पर बल दिया है उनके अनुसार शिक्षित समाज ही एक देश का सुदृढ़ देश का निर्माण करता है। इस सुअवसर पर जिला चिकित्सालय इटावा तथा दिव्यांग बच्चों के विद्यालय में फल एवं बिस्किट का वितरण विद्य
जैन संत आचार्य सुनील सागर महाराज जी का हर्षोल्लास के साथ मनाया गया अवतरण दिवस
