ग्वालियर।। पूरे देश में लगातार जातीगत बयानबाजी चरम पर है ऐसे में शहर के युवाओं ने लोगों को जागरूक करने का वीणा उठाया है। इसी क्रम में केंसर पहाड़ी व चंदवदनी नाका पर लोगों के घर-घर जाकर के जातिगत बयानबाजी करने से बचने का निवेदन किया और अपने बच्चों को भी इससे बचने के लिये जागरूक किया। आपको बता दें कि देश में जातिगत बयानवाजी से हर कोई जूझ रहा है सोशल मीडिया तो एक तरह से युद्ध का मैदान बन गया है हर कोई अपनी भड़ास, लड़ाई सिर्फ सोशल मीडिया पर डालने में लगा हुआ है यह बिना सोचे कि समाज पर इसका क्या असर पड़ेगा। देश का अधिकांशतः युवा इस जातिगत व दलगत राजनीति का शिकार होता हुआ दिख रहा है। ऐसे में युवाओं द्वारा लोगों को जागरूक करने का यह कदम निश्चित तौर पर एक सराहनीय कदम है। कार्यक्रम में प्रमुख तौर पर मौजूद समाजसेवी व राइटर कृष्णकान्त तिवारी ने बताया कि जब भी हम सोशल मीडिया एकाउण्ट खोलते हैं तो कही न कही से कोई न कोई पोस्ट ऐसी दिखायी देती है जिससे स्पष्ट रूप से जातिगत मदभेद पैदा हो रहे हो। इस तरह की पोस्ट से न केवल जातिगत मदभेद पैदा होते हैं बल्कि कही न कही आपसी लड़ाई का रूप भी बन जाता है। पर अधिकांश तौर पर देखा जाता है कि प्रशासन ऐसे एकाउण्ट को न तो वैन करता है न ही ऐसे लोगों पर कोई कार्यवाही करता है। जबकि प्रशासन चाहे तो शहर में कोई भी व्यक्ति जातिगत बयानबाजी नहीं कर सकता। प्रशासन को ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करके शहर में शांति स्थापित करनी चाहिए। आज यहा पर हम सभी युवाओं ने यह निश्चित किया है कि हम सभी अपने- अपने स्तर पर लोगों को जागरूक करेंगे और आपसी संबंध को बनाये रखने की सलाह देंगे और यह अभियान प्रत्येक शनिवार को संचालित किया जाता रहेगा। इस जागरूकता अभियान में प्रमुख रूप से योग शिक्षक मोंटू गोस्वामी, अस्तया संस्थान के ओनर अमित अस्तया, शुभम जाटव, विवेक श्रीवास, लकी श्रीवास, हिमेश सविता, योगेश बिहारी व अन्य युवा मौजूद रहें।
जातिगत वयानवाजी करने वालो पर सख्त हो प्रशासन- कृष्णकान्त तिवारी
