बिजी लाइफस्टाइल के कारण हेल्थ का ध्यान रख पाना मुश्किल होता है. कई बार में तो हमें ये भी नहीं पता चलता कि हमारी बॉडी में कौन सी बीमारी हो रही है. कोलेस्ट्रॉल भी उन्हीं बीमारियों की तरह है, जिसके बारे में हम अक्सर ध्यान देना भूल जाते हैं. खराब डाइट के कारण इस बीमारी का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है.
आमतौर पर लोग यही समझते हैं कि कोलेस्ट्रॉल की समस्या सिर्फ मोटे लोगों को ही हो सकती है. लेकिन कई बार हमारी यही भूल किसी बड़ी बीमारी का कारण बन सकती है. बता दें कि पतले लोगों में भी कोलेस्ट्रॉल की समस्या पाई जा सकती है.
हाई कोलेस्ट्रॉल है खतरनाक
दरअसल, कोलेस्ट्रॉल एक वैक्स पदार्थ होता है जो हमारे ब्लड में पाया जाता है. कोलेस्ट्रॉल भी दो तरह का होता है- गुड और बैड. बता दें कि बैड कोलेस्ट्रॉल हेल्थ के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है. शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से खून सही मात्रा में नहीं पहुंच पाता है. हार्ट अटैक और स्ट्रोक आने का यही कारण है. 150 से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल शरीर में नहीं होना चाहिए.
पतले लोगों को भी खतरा
आपको बता दें कि पतले लोगों को भी बैड कोलेस्ट्रॉल का खतरा बना रहता है. कई लोग इस भ्रम में रहते हैं कि उनका वजन सामान्य से ज्यादा नहीं है, इसलिए उन्हें कोलेस्ट्रॉल का खतरा नहीं है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो सही डाइट और वर्कआउट से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में किया जा सकता है.
क्या हैं इसके लक्षण
कोलेस्ट्रॉल का लक्षण है कि इस दौरान ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. इसलिए ऐसी किसी भी स्थिती में डॉक्टर से संपर्क जरूर करें
इसमें सांस लेने में भी कठिनाई आती है. धमनियों में प्लाक जमा होने के कारण ऑक्सीजन शरीर में ठीक से सप्लाई नहीं हो पाती
बहुत ज्यादा थकान या बीच-बीच में कमजोरी फील करना भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत है
इसके बढ़ने से हाथ या पैक भी सुन्न पड़ सकते हैं
कैसे करें बचाव
जंक और प्रोसेस्ड फूड से जितना हो सके, दूरी बनाकर रखें
डाइट में हरी सब्जियों और फल को शामिल करें
दलिया या ओट्स को नाश्ते में खा सकते हैं
खाली पेट नींबू पानी पीने से भी हाई कोलेस्ट्रॉल का खतरा कम होता है
लहसुन और ड्राई फ्रूट्स को डाइट में शामिल करें, जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल न बढ़ें