इटावा -क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के रूप में मार्च 1981 में स्थापित हुई बैंक का स्वरूप कई बार परिवर्तन होकर आज एक वृहद वट वृक्ष के रूप में अनेको छोटी बड़ी ग्रामीण बैंको को मर्ज (समाहित) कर उत्तरप्रदेश ग्रामीण बैंक के नाम से जानी जा रही है ,ग्रामीण बैंक कर्मचारियों की एक महत्वपूर्ण मांग थी कि एक राज्य में एक ग्रामीण बैंक के रूप में स्थापित हो जिससे ग्रामीण बैंक की पहिचान सदैव बनी रही ,यह मांग अब मई2025 में वर्तमान सरकार और यशस्वी वित्त मंत्री की सक्रियता सूझ-बूझ के फलस्वरूप पूर्ण हो सकी ।ग्रामीण बैंकें शाखाओं और विजनिस की दृष्टिकोण भारतीय स्टेट बैंक के लगभग समतुल्य पहुंच गई है।उत्तरप्रदेश ग्रामीण बैंक की स्थापना के प्रथम महा पूर्ण होते ही क्षेत्रीय प्रबंधक राकेश तिवारी का कार्य काल पूर्ण होने पर भावभीनी विदाई का आयोजन कृष्णा पेलस में किया गया इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्टाफ सम्मलित हुआ,इस कार्यक्रम में ग्रामीण बैंक से पूर्व में सेवानिवृत्त हो चुके सभी स्टाफ को भी अतिथि के रूप में व यूनियन लीडर सगुण शुक्ला को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया।सभी स्टाफ,अतिथियों ने सेवानिवृत्त हो रहे क्षेत्रीय प्रबंधक राकेश तिवारी के कार्य की भूरि भूरि प्रसन्नसा की ,माल्यार्पण,मुकुट बन्दन व अंग वस्त्र भेंट कर उत्साह से विदाई दी ।सेवा निवृत्त हो रहे तिवारी ने सभी से प्राप्त सहयोग के प्रति अति हर्ष भाव व्यक्त किया वही नव आगन्तुक क्षेत्रीय ।प्रबंधक तोमर का स्वागत किया नव आगन्तुक तोमर ने सभी का धन्यवाद करते हुए बैंक विकास में योगदान प्रदान करने का आह्वान किया
ग्रामीण बैंक प्रबंधक राकेश तिवारी की भावभीनी विदाई
