
श्रंमण संस्कृति के महामहिम पट्टाचार्य आचार्य 108 विशुद्ध सागर जी महामुनि राज को वात रसायन की उपाधि से विभूषित किया गया
धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि पट्टाचार्य परम पूज्य आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज को 150000 किलोमीटर से भी अधिक पद बिहार करने के लिए आपके महान तपस्वी शिष्य डॉक्टर मुनि श्री 108 अनुतरं सागर जी एवं बाल ब्रह्मचारी अविनाश भैया भोपाल के मार्गदर्शन में आपकी तप ,त्याग तपस्या साधना को…