Health Tips: गेहूं की रोटी हमारे भोजन का अहम हिस्सा मानी जाती है. गेहूं की रोटी में कैल्शियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा, गेहूं की रोटी में कई सारे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में ऊर्जा बनाए रखते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि दिन में कितनी रोटियां खानी चाहिए.
वैसे तो बाजरा और मक्के की रोटी खाई जाती है लेकिन भारतीय घरों में ज्यादातर गेहूं की रोटी खाने का ही चलन है. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि दिन में कितनी रोटी खानी चाहिए और महीने भर गेहूं की रोटी छोड़ने से आपके शरीर पर क्या प्रभाव पड़ेगा. आइए जानते हैं…
कितनी खाएं गेहूं की रोटियां
आमतौर पर गेहूं के आटे से बनीं एक रोटी में करीब 120 कैलोरी होती है. ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट की कहना है कि दिन के समय में यानी सुबह महिलाओं को सिर्फ दो और पुरुषों को तीन रोटी खानी चाहिए. वहीं, डिनर के वक्त आप अपनी जरूरत के हिसाब से रोटियां खा सकते हैं. हालांकि 3 या 4 से ज्यादा रोटियां पचने में बड़ी समस्याएं आ सकती है.
अगर 1 महीने रोटी न खाएं?
क्या आपने कभी सोचा कि अगर एक महीने गेहूं की रोटी न खाएं तो शरीर में क्या बदलाव होंगे? हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ऐसा संभव नहीं है कि आप पूरी तरह से रोटी खाना छोड़ दें. हालांकि, आप रोटी के इनटेको थोड़ा कम जरूर कर सकते हैं. जो लोग वेट लॉस जर्नी पर हैं, वह रोटी की जगह हरी सब्जियों का सलाद खा सकते हैं. बता दें कि गेहूं की रोटी खाने से शरीर में कार्बोहाइड्रेट और ग्लूटेन की मात्रा ज्यादा बढ़ने से फैट जमा होने लगता हैं.
इसके अलावा, गेहूं की रोटी को ज्यादा खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है. गेहूं में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है. जिस वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या हो सकती है. चूंकि रोटी शरीर को ऊर्जा देती है, इसलिए इसे पूरी तरह से छोड़ने की बजाय कम किया जा सकता है.