इटावा-नारायन कालेज आफ साइंस एण्ड आर्टस मेें ओपन हाउस राखी एवं ग्रीटिंग कार्ड बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, प्राइमरी वर्ग में कक्षा-1 से कक्षा-3 तक के छात्र/छात्राओं ने रक्षाबन्धन के उपलक्ष्य में ग्रीटिंग कार्ड बनाए तथा जूनियर वर्ग में कक्षा-4 से कक्षा-8 के लगभग 150 छात्र-छात्राओं ने राखी बनाओं प्रतियोगिता मे प्रतिभाग किया। बहनों ने भाइयों के लिये स्वयं अपने हाथों से राखियाँ बनाईं जिसमें उन्होंने घरेलू सामग्री का प्रयोग किया और क्रियात्मक प्रतिभा का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। छात्र-छात्राओं ने राखी बनाने मे दाल के दाने, रंगीन कागज, मोती तथा मनमोहक रंगों आदि का कुशलता के साथ प्रयोग करके पर्यावरण के अनुकूल राखियों का निर्माण किया। ग्रीटिंग कार्ड बनाओ प्रतियोगिता में कक्षा-3 मार्स की गार्गी ने प्रथम, कक्षा-6 बीनस की आयशा ने 5द्वितीय तथा कक्षा- 3 मार्स के राघव रावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।राखी बनाओ प्रतियोगिता में कक्षा-3 मार्स के वेदांश पाण्डेय ने प्रथम स्थान, कक्षा- 3 मार्स की आन्या तिवारी ने द्वितीय स्थान तथा कक्षा-3 मार्स की संस्कृति ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डाॅ0 धर्मेन्द्र शर्मा ने प्रतिभागियों की कला का अवलोकन किया और सभी का उत्साहवर्धन करते हुये कहा कि राखी का पर्व भाई-बहन के रिश्ते की अटूट डोर का प्रतीक है। भारतीय परम्पराओं का यह एक ऐसा पर्व है, जो केवल भाई-बहन के स्नेह के साथ-साथ हर सामाजिक सम्बन्ध को मजबूत करता है। इसलिए यह पर्व भाई-बहन को आपस में जोड़ने के साथ-साथ सांस्कृतिक, सामाजिक महत्व भी रखता है। डाॅ0 धर्मेन्द्र शर्मा ने बताया कि रक्षाबन्धन के महत्व को समझने के लिये सबसे पहले इसके अर्थ को समझना होगा। “रक्षाबन्धन” रक्षा $ बन्धन दो शब्दों से मिलकर बना है। अर्थात् एक ऐसा बन्धन जो रक्षा का वचन लें। इस दिन भाई अपनी बहन को उसके दायित्वों का वचन अपने ऊपर लेते हैं।अन्त में प्रधानाचार्य डाॅ0 धर्मेन्द्र शर्मा ने सभी छात्र-छात्राओं को रक्षाबन्धन की बधाई दी तथा उन्हें आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने स्कूल काॅर्डिनेटर श्रीमती उरूसा रिज़बान, सी.सी.ए. इंचार्ज कृष्णा त्रिवेदी, ऋतु कनौजियो एवं अंकिता सिंह आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
नारायन काँलेज मे भाई-बहन के प्यार को राखी बनाकर किया प्रकट – डाॅ0 धर्मेन्द्र शर्मा
