आगामी नवंबर 2025 को होने वाले पंचकल्याणक महोत्सव के पावन अवसर से पूर्व जैन समाज में श्रद्धा और उत्साह का वातावरण बना हुआ है। इसी कड़ी में जैन मिलन अरिहंत भिण्ड के अध्यक्ष अजित जैन सोनू द्वारा अपने निज निवास पर अत्यंत श्रद्धा एवं भक्ति भाव से आदिनाथ भगवान की मूर्ति का तिलक दान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नवकार महामंत्र के उच्चारण के साथ हुआ। तिलक दान के समय समाजजन ने भगवान की आराधना करते हुए मंगलाचरण किया। इसके उपरांत महिलाओं ने भक्ति भाव से ओतप्रोत भजन किए, जिनसे पूरा वातावरण धर्ममय हो उठा। इसके बाद सभी उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा मूर्ति की महाआरती की गई, जिसमें पूरे भाव और भक्ति के साथ भगवान का जयघोष किया गया। दीपक की लौ और भक्ति गीतों से सम्पूर्ण स्थल आलोकित हो उठा। इस अवसर पर जैन मिलन अरिहंत के अध्यक्ष अजित जैन सोनू ने तिलक दान का महत्व बताते हुए कहा कि पंचकल्याणक से पूर्व मूर्ति के तिलक दान का विशेष महत्व होता है। यह शुभ मुहूर्त, सकारात्मक ऊर्जा का संचार और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है। यह अनुष्ठान शुभ फलों की प्राप्ति सुनिश्चित करता है, मन और मस्तिष्क को शांत करता है, एकाग्रता बढ़ाता है तथा नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा प्रदान करता है। इसलिए पंचकल्याणक से पूर्व मूर्ति का तिलक दान करना एक अत्यंत पवित्र और आवश्यक विधि मानी जाती है। पंचकल्याणक महोत्सव जैन समाज का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है। यह केवल मूर्ति स्थापना नहीं, बल्कि आत्मकल्याण और भक्ति की सर्वोच्च साधना है। तिलक दान करना मेरे लिए महान सौभाग्य और पुण्य का अवसर है। इस अवसर पर भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय पदाधिकारी शाह विमल चंद जैन, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अतिवीर सुनील जैन मेडिकल, क्षेत्रीय उप मंत्री राकेश जैन बच्चू , सचिव विकास जैन, कोषाध्यक्ष अमन जैन और अन्य पदाधिकारियो की गरिमामयी उपस्थिति रही।
पंचकल्याणक महोत्सव से पूर्व भगवान की मूर्ति का तिलक दान, भजनों व महाआरती से गुंजायमान हुआ वातावरण
