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धर्म गुरु संवेदीकरण कार्यशाला हुई संपन्न, टीकाकरण में अपना सहयोग करने की दी सहमति

ग्वालियर- यूनिसेफ एवं मध्य प्रदेश शासन के निर्देशन में मुख्य चिकित्सा एवं एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सभागार में धर्म गुरुओं की शहरी टीकाकरण को सुदृढ़ीकरण करने हेतु दिनांक 19 मई 2023 को संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला में संचालक टीकाकरण एवं राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ.संतोष शुक्ला ने बताया कि भारत सरकार ने दिसंबर 2023 तक खसरा एवं रूबेला निर्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 9 माह से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को 9 माह एवं 16 माह से 24 माह तक लगने वाले खसरे के दोनों टीकों को 95 प्रतिशत से अधिक लगवाना है। जिले में 95 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य की प्राप्ति हो जाए इसके लिए सभी संप्रदाय के धर्म गुरुओं के सहयोग की आवश्यकता है। पूर्व में भारत को जिस प्रकार से पोलियो मुक्त देश बनाने में धर्म गुरुओं ने अपना सहयोग दिया है उसी प्रकार से खसरा, रूबेला मुक्त बनाने में उनके सहयोग की आवश्यकता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि हर समाज में
धर्म गुरुओं के अनुयाई होते हैं जो उन से जुड़े होते हैं यदि उनके द्वारा अनुयायियों को कोई संदेश दिया जाए तो उसका अधिक प्रभाव पड़ता है। हर समाज में उनके धर्म गुरुओं का विशेष स्थान होता है एवं उनके द्वारा जो भी संदेश दिया जाता है वो अधिक प्रभाव कारी होते हैं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ .आर. के. गुप्ता ने बताया कि आगामी 28 मई 2023 से पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा जिसमें 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाएगी । इस अवसर पर यूनिसेफ के हेल्थ आफिसर डॉ रविन्द्र बांगल, संभागीय डिप्टी डायरेक्टर टीकाकरण डॉ आर के शर्मा एवं यूनिसेफ के अनिल गुलाटी एवं सभी संप्रदाय के प्रमुख धर्म गुरु उपस्थित रहे। अंत में कार्यशाला में उपस्थित सभी धर्म गुरुओं के द्वारा जिले में चलने वाले टीकाकरण अभियान में अपना पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया गया ।

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