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आज मनाया जाएगा खसरा दिवस , खसरा दैवीय प्रकोप नहीं वायरस जन्य बीमारी है : डॉ. मनीष शर्मा

ग्वालियर –आज 16 मार्च 2023 को ग्वालियर सहित पूरे प्रदेश में खसरा दिवस मनाया जा रहा है। साथ ही पूरे सप्ताह जिले में खसरा रोग के संबंध में जन-जागृति हेतु टीकाकरण के साथ-साथ अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि खसरा रोग साइक्लिकल ट्रेंड के अनुसार प्रत्येक चौथे वर्ष में बीमारी का महामारी के रूप में फैलने की संभावना रहती है। साथ ही शासन ने दिसंबर 2023 तक खसरा मुक्त प्रदेश बनाने का लक्ष्य रखा है तथा प्रत्येक जिला, ब्लॉक, ग्राम/वार्ड में 95 प्रतिशत से अधिक टीका लगाने का लक्ष्य रखा है अतः समस्त 9 माह से 11 माह व 16 से 24 माह तक के मीजल्स- रूबेला से वंचित बच्चों को टीकाकरण केंद्र पर मीजल्स रूबेला का टीकाकरण करवायें । जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.आर.के. गुप्ता ने बताया कि खसरा रोग को अभी भी देवी प्रकोप समझा जाकर रोगी को छुपाया जाता है। जबकि यह एक वैक्सीन से रोके जाने वाली 12 बीमारियों में से सबसे अधिक घातक वायरस जनित बीमारी है। अतः खसरा होने पर छुपाए नहीं बल्कि बुखार के साथ शरीर पर दाने दिखे तो तत्काल अपने स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को सूचित करें। संपूर्ण सप्ताह में जिला एवं ब्लॉक स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार गतिविधियों का आयोजन किया जावेगा जिसमें जनसामान्य में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा नारे लेखन तथा रैलियों का आयोजन किया जाएगा। ग्वालियर कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा ने ग्वालियर के समस्त नागरिकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को 9 माह 16 माह की उम्र में मीजल्स रूबेला का पहला टीका एवं 16 से 24 माह की उम्र में दूसरा टीका अवश्य लगाएं केवल टीकाकरण के द्वारा ही खसरा रोग से बचा जा सकता है।