Top Newsमध्य प्रदेश

किसान- मजदूर-खेत मजदूरों का साझा सम्मेलन संपन्न

ग्वालियर ।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय सह सचिव बादल सरोज ने कहा कि समाज में किसान एवम मजदूरों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है । वहीं सबसे ज्यादा कठिन परिस्थितियों से किसान को गुजरना पड़ रहा है। देश की सत्ता किसानों की सम्याओं पर विचार ही नहीं कर किसान विरोधी नीतियों को अपना रही है। जहां एक ओर अन्नदाता आत्महत्या के लिए मजबूर है वहीं दूसरी तरफ पूंजी पतियों को देश की संपत्ति सोपी जा रही हे।
सीटू के राज्य सचिव प्रमोद प्रधान ने कहा कि श्रम कानूनों को खत्मकर मजदूरों के शोषण के लिए पूंजी पतियों को छूट दी जा रही है । देश के संविधान पर खतरा मंडरा रहा है इसकी धर्मनिरपेक्ष बनावट और लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश रची जा रही है । पूरे देश में नफरती बयार बहाई जा रही है। दूसरी तरफ आम जनता की हालत दिन प्रतिदिन खराब होती चली जा रही है । मंहगाई तेजी के साथ बढ़ रही है ,बेरोजगारी चरम पर है, जबकि सबसे ज्यादा टैक्स यही जनता देती है। सरकार सब कुछ बेचने पर आमादा है। सरकारी नौकरी की बजाए ठेका संविदा आउटसोर्स पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। राज्यों में कर्ज लेकर कर्मचारियों के वेतन बांटने के हालात हो गए है। सरकार जनता से सुविधाएं छीनने में लगातार लगी है। अपने हक के लिए इस देश का किसान मजदूर 05 अप्रैल 2023 को संसद पर जाकर किसान मजदूर के हक ओर अधिकार तथा देश बचाओ नारे को लेकर इकठ्ठा होगे। साझा सम्मेलन की अध्यक्षता आंगनबाड़ी नेता श्रीमती कमलेश शर्मा ,सीटू के रामावतार दोहरे , किसनसभा के तलविंदर सिंह अध्यक्ष मंडल ने की सम्मेलन का उदघाटन सीटू राज्य अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी ने किया राज्य महासचिव अखिलेश यादव , अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के रामबाबू जाटव आदि ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश से हजारों की संख्या में शिरकत करने की अपील की ।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Close