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मुनिश्री के सानिध्य में 25 अक्टूबर को मोक्षकल्याण पर चढ़ेगा निर्वाण लड्डू
सुख हो या दु:ख भगवान की भक्ति में कभी पीछे नहीं हटे-:मुनिश्री विनय सागर

की ललक में रहता है तब वह यह भूल जाता है कि भगवान से हमें यह चीज मांगनी चाहिए या नहीं। भगवान की कृपा से उसकी पूर्ति भी हो जाती है। पूर्ति होने के बाद जो व्यक्ति अपने भगवान के उपकार को भूल जाता है वही संसार में भटकता रहता है। किंतु जो व्यक्ति संसार की हर एक वस्तु को पाकर की भगवान को कभी नहीं भूलता है वह हमेशा सुख शांति से जीवन व्यतीत करता है।यह बात श्रमण मुनिश्री विनय सागर महाराज ने साधनामय बर्षयोग समिति एवं मुख्य संयोजक मनोज जैन, जैन कालेज के संयुक्त तत्वावधान में आज शुक्रवार को सोलह दिवसीय सोलह मंडलीय श्री शांतिनाथ महामंडल विधान में माधौगंज स्थित चातुर्मास स्थल अशियाना भवन में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही।।
मुनिश्री ने कहा कि हम बचपन से लेकर अब तक हमेशा भगवान की भक्ति करते हैं। सुख हो या दु:ख भगवान की भक्ति में हम कभी पीछे नहीं हटते। भगवान ने आपको सब कुछ दिया है तो बदले में हमने भगवान को क्या दिए हैं इस बात पर विचार करने वाला व्यक्ति निश्चित रूप से धर्मात्मा बन जाता है और भगवान की भक्ति करने लगता है। हमारे पास जो कुछ भी है भगवान की कृपा से आया है इसलिए हम संसार में रहे किंतु भगवान की भक्ति को ना छोड़ें।
विधान में भगवान जिनेंद्र का हुआ अभिषेक, पूजन में अर्घ्य समर्पित किए
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि श्रमण मुनिश्री विनय सागर जी महाराज के सानिध्य में 16 दिवसीय श्री 1008 शांतिनाथ महामंडल विधान में रोग, शोक, भय, पीड़ा, आदिव्याधि व विश्व में सुख शांति और समृद्धि के लिए श्री 1008 शांतिनाथ महामंडल विधान में सुबह ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने मंत्रो के साथ श्रावकों ने भगवान जिनेंद्र का कलशों से अभिषेक किया। वही भगवान की शांतिधारा की गई। उसके पश्चात शांतिनाथ मंडल विधान में श्रद्धालुओं ने भगवान जिनेंद्र के समक्ष श्रीफल, चावल, बादाम, लोंग सहित अष्ट द्रव्य के महाअर्घ्य चढ़ाये। सगीतमय भजनों पर झूमते हुए श्रद्धालुओं ने श्रीजी की दीपकों से महा आरती की।
मुनिश्री के सानिध्य में 25 अक्टूबर को मोक्षकल्याण पर चढ़ेगा निर्वाण लड्डू
अमावस्या को 85 जैन मंदिरो में भगवान महावीर स्वामी को लड्डू चढ़ायेंगे।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि कार्तिक अमावस्या के मौके पर श्रमण मुनिश्री विनय सागर महाराज के सानिध्य में तत्वावधान में 25 अक्टूबर को प्रातः 8-00 बजे माधौगंज स्थित चातुर्मास स्थल आशियाना भवन में जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के 2549 वां मोक्षकल्याण निर्वाण पर प्रातः 7 बजे से भगवान का अभिषेक, पूजन कर निर्वाण लड्डू समर्पित किया जाएगा।। जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का पावापुर झारखंड में दीपावली पर निर्वाण हुआ था। इसी निमित्त निर्वाण लड्डू चढ़ाने कि परंपरा सदियों से चली आ रही है। वही ग्वालियर शहर के 85 जैन मंदिरों पर सुबह भगवान महावीर के निर्वाण दिवस के अवसर पर बड़ी संख्या में समाजजन लाड़ू चढ़ाऐंगे।