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जनविरोधी भ्रष्ट और सांप्रदायिक सरकार के खिलाफ संघर्ष का आह्वान

किसान सभा सम्मेलन सम्पन्न बादल अध्यक्ष, अशोक तिवारी कार्य.अध्यक्ष, अखिलेश महासचिव बने

ग्वालियर। मध्य प्रदेश किसान सभा के राज्य सम्मेलन आज समापन हो गया। अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष अशोक ढवले ने समापन सत्र को संबोधित किया।

सम्मेलन के अंतिम दिन जिन प्रस्तावों को पारित किया उनमें एक अहम प्रस्ताव शिवराज सरकार के खिलाफ है। मध्य प्रदेश किसान सभा के उपाध्यक्ष जसविंदर सिंह ने रखा, जिसे चर्चा के बाद पारित कर दिया गया। इस प्रस्ताव में कहा गया कि साल 2018 में जनादेश को नकार कर खरीद-फरोख्त से सत्ता में आई शिवराज सरकार जनतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है, साथ ही जन प्रतिरोध को दबाने की योजनाबद्ध तरीके से कोशिशें जारी हैं। इसका बड़ा उदाहरण विधानसभा का वर्षा कालीन सत्र है जो मात्र 4 घंटे 10 मिनट में बगैर चर्चा के खत्म कर दिया गया। प्रस्ताव में कहा गया कि यह सरकार जनविरोधी तो है ही नेताओं दलालों और नौकरशाहों का गठजोड़ सरकार के संरक्षण में भ्रष्टाचार का खुला खेल चल रहा है। मध्य प्रदेश से आए 194 प्रतिनिधियों ने इस सम्मेलन में शिरकत की।

मध्य प्रदेश किसान सभा के राज्य सम्मेलन में पारित इस प्रस्ताव में कहा गया कि शिवराज सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की एजेंडे को लागू कर रही है। पाठ्यक्रमों में संशोधन हो रहा है तथा सरकारी योजनाओं को भी संघ के नियंत्रण वाले संगठनों के हवाले किया जा रहा है। प्रस्ताव में कहा गया कि संविधान की शपथ लेकर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह संविधान विरोधी काम कर रही है। अल्पसंख्यक समुदायों खासकर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। प्रस्ताव में कहा गया है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उन्हीं की सरकार के गृह मंत्री के बीच एक दूसरे से अधिक सांप्रदायिक पहुंचने की होड़ लगी हुई है। प्रस्ताव में शिवराज सरकार की जनविरोधी भ्रष्ट और सांप्रदायिक कोशिशों के खिलाफ संघर्ष का आह्वान भी किया गया।

सम्मेलन में ग्वालियर नगर निगम के अंतर्गत चक रायपुर में कथित गौ मांस के नाम पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की r.s.s. फोन बजरंग दल की कोशिशों की निंदा करते हुए एक निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया। दरअसल यहां गाय काटे जाने की अफवाह फैलाकर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने की कोशिश की गई। यही नहीं कुछ मुस्लिमों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई। निंदा प्रस्ताव में कहा गया कि संघ और बजरंग दल की इन कोशिशों को कामयाब होने नहीं दिया जाएगा

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