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क्षमा मात्र बोलने से नहीं बल्कि क्षमा को तो जीवन में उतारने से होता है व्यक्ति महान
पर्युषण पर्व के पहले दिन उत्तम क्षमा धर्म पर प्रवचन हुए

ग्वालियर, 31 अगस्त। क्षमा धर्म का पालन करने के लिए हमें गाली देने वाले को भी क्षमा कर देना चाहिए। आज पर्वराज पर्युषण का पहला दिन उत्तम क्षमा धर्म का है। ये आपके जीवन को नई दिशा देगा। किसी पहलवान के सामने हाथ जोड़कर क्षमा मांगना क्षमा नहीं है, बल्कि एक कमजोर व्यक्ति के सामने हाथ जोड़ना ही सही मायने में क्षमा है। क्षमा हृदय की फसल और जीवन की साधना होती है। क्षमा मात्र बोलने से नहीं बल्कि क्षमा को तो अंतरंग में उतारने से जीवन उत्कृष्ट और महान बन जाता है!
यह उदगार ब्रह्म वाचस्पति पट्ट गणिनी आर्यिकाश्री विज्ञमती माताजी ने पर्युषण पर्व के पहले दिन बुधवार को उत्तम क्षमा धर्म पर प्रवचन करते हुए चम्पाबाग बगीची में व्यक्त किए।
माताजी ने कहा कि यदि सामर्थ्यवान व्यक्ति किसी कमजोर को क्षमा करता है तो वही सही मायने में क्षमा कहलाती है। ये सौजन्यता, सहिष्णुता की पर्याय होती है। संत स्वभावी व्यक्ति बिच्छू और सर्प को भी मरने नहीं देता। उसे बचाने का प्रयास करता है। मनुष्य का स्वभाव हर प्राणी को प्रेम की संचेतना देना होना चाहिए। लेकिन आप शब्दों से तो क्षमा रटते हो, करते नहीं। माताजी ने कहा कि साधू का स्वभाव चंदन की तरह होता है, जबकि शैतान साधू, सज्जन, समाज, परिवार को भी नहीं छोड़ता। जब भी सत्य पर असत्य का पर्दा पड़ता है तब धर्म का जन्म होता है। इसलिए उद्दंडों को भी क्षमा करना चाहिए, जिससे वे सुधर सकें।
सौधर्म इन्द्र ने किया अभिषेक, इंद्राणी चढ़ाए अर्घ- आज भगवान की महाअर्चना में सौधर्म इंद्र बने राजीव जैन ने पं. सुनील शास्त्री के मार्गदर्शन भगवान महावीर स्वामी का अभिषेक किया, शांतिधारा अमन जैन ने की! वहीं इंद्राणी दिव्या जैन ने भगवान के चरणों में अष्टद्रव्य के अर्घ समर्पित किये! इसके साथ ही दशलक्षण महामंडल विधान किया गया!
महासती मैना सुंदरी नाटक का हुआ मंचन
जैन समाज के प्रवक्ता ललित जैन बताया शाम को आरती एवं प्रवचन के बाद जैन मिलन बालिका विहर्ष और जैन मिलन महिला विहर्ष माधौगंज ने महासती मैना सुंदरी नाटक का मंचन किया।
आज होगी उत्तम मार्दव धर्म की पूजा- ललित जैन ने बताया कि पूज्य गणिनी आर्यिका विशुध्दमति माताजी के सानिध्य में गुरुवार को प्रात: 6.30 बजे अभिषेक होगा तद्पश्चात आज मार्दव धर्म की आराधना एवं पूजन किया होगा! माताजी के प्रवचन 9 बजे से होंगे!