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RBI ने किया ऐलान, मार्च के बाद नहीं चलेंगे 5, 10 और 100 रुपए के पुराने नोट, लोगों में मची खलबली

वर्ष 2016 में हुई नोटबंदी से पूरे भारत में सनसनी फ़ैल गई थी और लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। अब एक बार फिर भारत की मुद्रा से कुछ नोटों के बंद होने की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, मार्च या अप्रैल से भारतीय रिजर्व बैंक 100 रुपये के पुराने नोटों को वापस लेने की योजना बना रहा है। इसके अलावा 10 और 5 रुपये की जो पुरानी करेंसी बाजार में है, उसे भी RBI वापस लेगा। इस बार लोगों को ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि 100 और 10 रुपये के नए नोट विकल्प के तौर पर काफी पहले ही बाजार में आ चुके हैं। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए RBI अब धीरे-धीरे मार्केट से पुराने नोटों को इकट्ठा करना शुरू करेगा। इसके बदले में नए नोट मार्केट में लाने की प्रक्रिया जारी रहेगी।

जिला स्तरीय सिक्योरिटी कमेटी और जिला स्तरीय करेंसी मैंनेजमेंट कमेटी की बैठक में बोलते हुए आरबीआई के सहायक महाप्रबंधक (Assistant General Manager) बी महेश ने कहा कि 100 रुपये, 10 रुपये और 5 रुपये के पुराने नोट जल्द ही चलन से बाहर हो जाएंगे क्योंकि आरबीआई की योजना मार्च-अप्रैल से इन्हें वापस लेने की है। जितने नोट वापस होंगे उतने ही नए नोट मार्केट में फिर से लाए जाएंगे।

इसके अलावा उन्होंने 10 रुपये के सिक्कों पर भी चिंता व्यक्त की। बी महेश ने कहा कि 10 रुपये के सिक्कों को शुरु हुए 15 साल का वक्त हो गया है। इसके बाद भी अभी तक छोटे से लेकर बड़े व्यापारी तक उसे स्वीकार नहीं करते हैं, जो बैंकों और आरबीआई के लिए एक बड़ी समस्या बनकर आया है। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे बैंकों में बड़ी संख्या में 10 रुपये के सिक्के जमा होते जा रहे हैं, जो एक बोझ की तरह हैं। वहीं उन सिक्कों पर फैलाई जा रही अफवाह पर आरबीआई के सहायक महाप्रबंधक ने कहा कि इनको सही से चलन में लाने के लिए बैंकों को लोगों को जागरुक करना चाहिए।

 

RBI के ASM बी महेश ने आगे कहा कि आरबीआई ने 2019 में ही 100 रुपये के नए नोट जारी कर दिए थे, जो लैवेंडर कलर के हैं। इसके अलावा उसके पिछले हिस्से में रानी की वाव का चित्र है, जो गुजरात के पाटन में सरस्वती नदी के तट पर स्थित है। उन्होंने साफ किया कि 2019 में जारी 100 रुपये के नोट भी कानूनी निविदा के रूप में जारी रहेंगे। उनको वापस नहीं लिया जाएगा। सिर्फ वही 100 रुपये के नोट बाजार में बंद होंगे, जो पुराने हैं।

विदित हो कि समय-समय पर नकली नोटों के खतरे को टालने के लिए RBI पुरानी सीरीज के नोटों को बंद कर देता है। अधिकृत ऐलान के बाद बंद किए गए सभी पुराने नोटों को बैंक में जमा कराना होता है। ग्राहकों द्वारा जमा कराए गए कुल नोटों की कीमत बैंक खाते में जमा कर देता है या नया नोट दे देता है।

आपको याद होगा कि 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में अचानक नोटबंदी का ऐलान करते हुए लोगों को चौंका दिया था, जिसके तहत 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट पूरी तरह से बंद कर दिए गए थे। इसके बाद 2000, 500 और 200 रुपये के नए नोटों को जारी किया गया। उस दौरान दो-तीन महीने तक लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। वहीं 2019 में एक आरटीआई के जवाब में रिजर्व बैंक ने कहा कि था कि उनकी ओर से उच्च मूल्य वाले नोटों की छपाई रोक दी गई है। हालांकि 2000 के नोट पहले की तरह चलन में हैं।

उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के बाद से अब तक RBI अलग-अलग वैल्यू वाले भारतीय मुद्रा के 7 नोट जारी कर चुका है। इसमें 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2000 रुपए की वैल्यू वाले बैंक नोट शामिल हैं। ये सभी महात्मा गांधी सीरिज के बैंक नोट हैं।

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