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100वीं ‘किसान रेल’ को पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी, कहा-किसानों की सेवा के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के सांगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक चलने वाली 100 वीं ‘किसान रेल’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पीएम मोदी ने कहा कि ये काम किसानों की सेवा के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है। ये इस बात का भी प्रमाण है कि हमारे किसान नई संभावनाओं के लिए कितनी तेजी से तैयार हैं। किसान, दूसरे राज्यों में भी अपनी फसलें बेच सकें, उसमें किसान रेल और कृषि उड़ान की बड़ी भूमिका है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि किसान रेल सेवा, देश के किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में भी एक बहुत बड़ा कदम है। इससे खेती से जुड़ी अर्थव्वस्था में बड़ा बदलाव आएगा। इससे देश की कोल्ड सप्लाई चेन की ताकत भी बढ़ेगी। किसान रेल चलता फिरता कोल्ड स्टोरेज भी है।
किसान रेल चलता फिरता कोल्ड स्टोरेज भी है।
यानि इसमें फल हो, सब्ज़ी हो, दूध हो, मछली हो, यानि जो भी जल्दी खराब होने वाली चीजें हैं, वो पूरी सुरक्षा के साथ एक जगह से दूसरी जगह पहुंच रही हैं: PM#100thKisanRail
— PMO India (@PMOIndia) December 28, 2020
पीएम ने कहा कि यह ट्रेन गोभी, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, मिर्च और प्याज जैसी सब्जियां तथा अंगूर, संतरा, अनार, केले तथा सीताफल जैसे फल लेकर जाएगी। यानि जो भी जल्दी खराब होने वाली चीजें हैं, वो पूरी सुरक्षा के साथ एक जगह से दूसरी जगह पहुंच रही हैं।
Govt under PM @NarendraModi ji's leadership has put unprecedented focus towards strengthening the agricultural sector.
Kisan Rail is one such initiative towards empowering our farmers & doubling their income by 2022. pic.twitter.com/DHMJAnAn6C— Western Railway (@WesternRly) December 28, 2020
पीएम मोदी ने आगे कहा कि पीएम कृषि संपदा योजना के तहत मेगा फूड पार्क्स, कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रो प्रोसेसिंग क्लस्टर, ऐसे करीब साढ़े 6 हजार प्रोजेक्ट स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें से अनेक प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं और लाखों किसान परिवारों को उसका लाभ मिल रहा है। आत्मनिर्भर अभियान पैकेज के तहत माइक्रो फूड प्रोसेसिंग उद्योगों के लिए 10 हज़ार करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। खराब हो जाने वाली वस्तुओं को मार्ग में पड़ने वाले सभी ठहरावों पर उतारने और चढ़ाने की अनुमति होगी और खेप की मात्रा की कोई सीमा नहीं होगी।
अगस्त में कृषि को पूरी तरह से समर्पित पहली रेल शुरू की गई थी। देश के हर क्षेत्र की खेती को, किसानों को किसान रेल से जोड़ा जा रहा है। कोरोना की चुनौती के बीच भी पिछले 4 महीनों में किसान रेल का आंकड़ा 100 पर पहुंच गया है : PM मोदी https://t.co/c4GLZ28RoB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 28, 2020
बताया जा रहा है कि केंद्र ने फलों और सब्जियों की ढुलाई पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी है। गौरतलब है कि भारतीय रेलवे द्वारा पहली किसान रेल अगस्त 2020 में महाराष्ट्र में देवली से बिहार के दानापुर के लिए चलाई थी। अब इस ट्रेन को मुजफ्फरपुर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। फिलहाल रेलवे 9 रूटों पर किसान रेल चला रहा है। 27000 टन कृषि उत्पादों का ट्रांसपोर्टेशन अब तक किसान रेल से किया जा चुका है।
किसान रेल सेवा, देश के किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में भी एक बहुत बड़ा कदम है।
इससे खेती से जुड़ी अर्थव्वस्था में बड़ा बदलाव आएगा।
इससे देश की कोल्ड सप्लाई चेन की ताकत भी बढ़ेगी: PM @NarendraModi जी #100thKisanRail
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) December 28, 2020
इस मौके पर केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हमारी सरकार मानती है कि किसानों की समृद्धि ही देश की समृद्धि है। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए उनका धन्यवाद भी किया। बता दें कि भारतीय रेलवे ने किसानों की उपज को देश की बड़ी मंडियों तक पहुंचाने के उद्देश्य से 2020 के बजट में ‘किसान रेल’ चलाने का ऐलान किया था। इन ट्रेनों के चलने का फायदा अब किसानों को मिल रहा है।